बैंगलोर

पीएचडी विद्यार्थियों के लिए बनेगा अलग छात्रावास

विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से छात्रावास अब छोटा पडऩे लगा है। ढांचागत सुविधाओं और साफ-सफाई की कमी से विद्यार्थी परेशान हैं। विद्यार्थियों का आरोप है कि उन्हें स्वच्छ जल और गरम पानी तक नसीब नहीं है। भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब हैं।

बैंगलोरOct 18, 2019 / 07:06 pm

Nikhil Kumar

पीएचडी विद्यार्थियों के लिए बनेगा अलग छात्रावास

ढांचागत सुविधाओं और साफ-सफाई की कमी

मैसूरु.

मैसूरु विश्वविद्यालय (यूओएम – Mysuru University) पीएचडी विद्यार्थियों के लिए अलग छात्रावास बनाएगा। विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पीएचडी (PHD) विद्यार्थी संघ ने अलग छात्रावास (Hostel) की मांग की थी। इससे आम छात्रावास के विद्यार्थियों को भी राहत मिलेगी।

विवि के कुलपति प्रो. जी. हेमंत कुमार (Prof. G. Hemant Kumar)ने बताया कि फिलहाल ये विद्यार्थी पुराने और नए स्नातकोत्तर (पीजी) छात्रावास में रहते हैं। पीजी छात्रावास के पास ही अलग छात्रावास के निर्माण की योजना है। जिसमें 75 कमरे होंगे। दिसम्बर में निविदा आमंत्रित की जाएंगी। निर्माण कार्य शुरू होने के नौ महीने में इसे पूरा करने और अगले शिक्षण सत्र से छात्रावास शुरू करने का लक्ष्य है।

दरअसल विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से छात्रावास अब छोटा पडऩे लगा है। ढांचागत सुविधाओं और साफ-सफाई की कमी से विद्यार्थी परेशान हैं। विद्यार्थियों का आरोप है कि उन्हें स्वच्छ जल और गरम पानी तक नसीब नहीं है। भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब हैं। यूओएम शोध (Research) विद्यार्थी संघ के बैनर तले शनिवार को सैकड़ों विद्यार्थियों ने छात्रावास के बाहर प्रदर्शन किया था।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.