बेंगलूरु. टुमकुर रोड पर माकली के निकट पाश्र्व लब्धि तीर्थ धाम के २५वें रजत जयंति महोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार को चौथे दिन सिद्धचक्र पूजन एवं अंगरचना का कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के लाभार्थी शांतिबाई गंभीरमल बाफणा परिवार रहा। इस अवसर पर आचार्य चन्द्रयश सूरि ने पाश्र्व लब्धि तीर्थ धाम ट्रस्ट की ओर से बनवाए जाने वाले नवग्रह मंदिर के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने बताया कि नवग्रह मंदिर के निर्माण पर करीब नौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। सुबह सवा ११ बजे आचार्य चन्द्रयश सूरि के सान्निध्य में पाश्र्वनाथ भगवान का केसर चंदन से अभिषेक किया गया। इसके बाद आचार्य बैंडबाजों के साथ नवनिर्मित पांडिया भवन पहुंचे। आचार्य के सान्निध्य में शांतिदेवी, तेजपाल पांडिया ने भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उनके पुत्र व पुत्र वधु भी उपस्थित थे। नवनिर्मित भवन में आचार्य ने धर्मसभा को सम्बोधित किया। इस दौरान भक्ति संगीत का कार्यक्रम भी हुआ। ट्रस्ट की ओर से शंकरलाल (चेन्नइ), मदनलाल (बेंगलूरु), पाश्र्व लब्धि तीर्थ धाम ट्रस्ट तेजपाल पांडिया व शांतिदेवी का बहुमान किया गया। नवकारशी के बाद मुख्य मंदिर में दोपहर डेढ़ बजे से शाम चार बजे तक बड़ी पूजा का आयोजन हुआ। इस अवसर पर जैन समाज के सैकड़ों परिवारों ने शिरकत की। पाश्र्व लब्धि तीर्थ धाम ट्रस्ट के सचिव कांतिलाल बाफणा ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र में करीब नौ करोड़ रुपए की लागत से नवग्रह मंदिर का निर्माण होगा। इसकी घोषणा रविवार को आचार्य चन्द्रयश सूरि ने की। मंदिर का निर्माण कार्य आचार्य के पर्यवेक्षण में ही होगा। उन्होंन बताया कि सोमवार को मंदिर का स्थापना दिवस है। इस दिन सुबह मंदिर के शिखर पर ध्वजा रोहण होगा। बाफणा ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र में एक भवन बनाया है जिसमें ४० कमरे, ८ हजार वर्ग फीट की भोजनशाला व सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया है। इसका उद्घाटन पाश्र्व लब्धि तीर्थ धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष तेजपाल पांडिया ने किया। उन्होंने बताया कि सोमवार को मंदिर की १८वीं वर्षगांठ है। प्रति वर्ष मंदिर की वर्षगांठ पर ध्वजा बदली जाती है और नया ध्वज चढ़ाया जाता है।