सही ज्ञान अंदर से बाहर लाने की जरूरत-आचार्य महेन्द्रसागर
बैंगलोरPublished: Dec 22, 2021 06:58:24 am
धर्मसभा


सही ज्ञान अंदर से बाहर लाने की जरूरत-आचार्य महेन्द्रसागर
बेंगलूरु. आदिनाथ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ शांतिनगर में विराजित आचार्य महेंद्रसागर सूरी ने कहा कि धर्म पाए हुए जीवों को कुछ आत्म कल्याण कर बातें सिखाने की जरूरत नहीं होती हंै। सही ज्ञान को अंदर से बाहर लाने की जरूरत है। वह बाहर से पाने की चीज नहीं है अंधकार ज्यों चोरों को आमंत्रण देता है। त्यों अधर्म पापों को आमंत्रण देता है। आलोक पर लोक और परलोक देखकर जो जीवन जीता वह दोनों ही लोग को सुधारते जैन शासन कहता है कि सही लक्ष्य को निर्धारित करके ही धर्म आराधना करनी चाहिए वरना बहुत धर्म करने पर भी ठिकाना नहीं पड़ेगा। लक्ष्य पूर्वक किए गए धर्म की अद्भुत ताकत है कि वह धर्मी को जीवन में शांति देता मरण में समाधि देता है और परलोक में सद्गति देता है। सबसे बड़ी बात और समझने लायक बात तो यह है कि धर्म की आराधना नहीं करने से ही धर्म की भावना नहीं है। ऑफिस धर्म की हर अदा नहीं करने पर भी धर्म की अवहेलना होती है। आप एक बात याद रखिए कि मैं धर्म आराधना के द्वारा शेष बनने के लिए ही समर्पित हुआ हूं, इस बात को रोज याद कीजिए।