उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से हमारे देश के सांस्कृतिक मूल्यों से विद्यार्थियों को अवगत करने का प्रयास किया जा रहा है। आधुनिकता के नाम पर हमने अपनी सांस्कृतिक जड़ों की अनदेखी करते हुए पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण किया है। जिसके परिणामस्वरूप युवा पीढ़ी सांस्कृतिक परंपराओं से अनभिज्ञ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से इस खामी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
7 लाख से अधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संत वाल्मिकी महर्षी के नाम से ही आश्रम शालाएं स्थापित की है। साथ में इस समुदाय के 7 लाख से अधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का वितरण किया जा रहा है। इस समुदाय के शैक्षणिक विकास पर विशेष ध्यान देकर समुदाय के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।