24 ग्रामों में लगाए गए नवीन हैण्डपंप
बैंगलोरPublished: Apr 25, 2018 05:29:29 pm
जिला जेल में लगा विधिक साक्षरता शिविर
उमरिया. जिले के आकाशकोट में बसे दो दर्जन से अधिक ग्रामों में जल स्तर नीचे जाने के कारण पीने के पानी की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए 29 नवीन हैण्डपंप खनन किए गए। जिसमें 24 सफल एवं पांच असफल रहे। गौरतलब है कि प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय प्रमोद अग्रवाल, कलेक्टर माल सिंह सहित लोक स्वास्थ्य यंात्रिकीय विभाग के अधिकारियों के दल ने सघन भ्रमण किया था। बताया गया है कि नवीन 24 हैण्डपंप के माध्यम से ग्रामवासियों को पीने का पानी सुलभ हुआ है और समस्या से निजात मिली है। जिन ग्रामों में नवीन नलकूप खनन हुआ है, उनमें मजमानी कला, मजमानी खुर्द, मगरघरा, पठारीकला के तहत मुख्यबस्ती, बेहरंन टोला, कटरिया- टिकुरी टोला, बाजाकुण्डं, मरदर, करौंदी, धवईझर-मांझीटोला, जंगेला ददराटोला, मुख्यबस्ती, माली बरहटा टोला, कछराटोला, तुम्मादादर, अमुवारी, सूरजपुरा-मुख्यबस्ती, टिकुरी, सरईटोला, बिरहुलिया, जुडवानी, मरदरी शामिल है। इसी तरह कलेक्टर माल सिंह ने मानपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत गत 20, 21 अप्रैल को विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कर पीने के पानी के लिए जो नलकूप किन्ही कारणों से बंद हो गये थे, उनमें राइजर पाइप बढाकर एवं अन्य कमियों को दूर कर नागरिकों को त्वरित पेयजल की आपूर्ति कराना सुनिश्चित किया है।
कलेक्टर ने कहा है कि जिले के नागरिकों को शुद्ध पीने के पानी का इंतजाम करना सर्वोच्च प्राथमिता में लिया गया है। जहां भी पेयजल की समस्यां होगी वहां अविलंब पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इस दिशा में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के समस्त अमले को निर्देशित किया गया है कि वे पेयजल समस्या पर कड़ी नजर रखें और जहां भी हैंडपंप खनन की जरूरत हो कलेक्टर के संज्ञान मे लाए और त्वरित कार्यवाही करते हुए पानी की व्यवस्था करे।
उमरिया. जिला मुख्यालय स्थित जेल परिसर में मंगलवार को स्वास्थ्य एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्य रूप से जिला एवं सत्र न्यायाधीश केपी सिंह, सीजेएम कीर्ति कश्यप, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय कुमार कस्तवार, जिला रजिस्टार न्यायाधीश लोकेन्द्र सिंह, जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष, चिकित्सक डॉ. प्रमोद द्विवेदी एवं पैरामेडिकल स्टाफ व जेल अधीक्षक रामशिरोमणि पाण्डेय, जेल के पैनल अधिवक्तागण मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं उन्हें दवाईया देकर सलाह दी गयी।