वे शुक्रवार को एमएससी कार्यक्रम (पर्यावरण विज्ञान विभाग) का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। सतत विकास योजनाओं पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पारिस्थितिक संतुलन से समझौता नहीं किया जा सकता।
बीयू के कुलसचिव प्रो. कोटरेश ने भारत के सांस्कृतिक विकास में पर्यावरण चेतना के बारे में बताया। विज्ञान विभाग के डीन प्रो. सुरेश बाबू ने विभिन्न विज्ञान विभागों के छात्रों के लिए ज्ञानभारती परिसर में उपलब्ध जैव-विविधता को प्रयोगशाला के रूप में विकसित करने पर जोर दिया।
कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर के. एन. गणेशैय्या ने कहा कि तत्काल लाभ को नजरअंदाज कर समग्र रूप से प्रकृति के संरक्षण पर ध्यान दिया जाना चाहिए। पारिस्थितिक संबंधों की सराहना करना और इसके जटिल अंतर्संबंध को पहचानना पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पहला कदम होगा।
केरल, गोवा से आने वालों को नहीं देनी होगी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट
बेंगलूरु. राज्य सरकार ने केरल और गोवा से कर्नाटक आने वाले लोगों के लिए आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट देने की अनिवार्यता समाप्त कर दी है।
स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने गुरुवार को बताया कि कोविड के घटते मामलों के मद्देनजर सरकार ने यह निर्णय लिया है। हालांकि, अगले आदेश तक कोरोना टीकाकरण (दोनों खुराक) प्रमाण पत्र अनिवार्य है। इससे पहले 11 फरवरी को महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को भी आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट से राहत दी गई थी।