उन्होंने कहा कि स्नातक, स्नातकोत्तर तथा अभियांत्रिकी संकायों की परीक्षाओं के लिए निर्धारित समय-सारिणी में कोई परिवर्तन नहीं होगा। अगले शिक्षा वर्ष 2021-22 में शिक्षा संस्थाओं की शैक्षणिक गतिविधियों भी परिवर्तन नहीं होगा। इस दौरान ऑनलाइन तथा ऑफ लाइन कक्षाएं चलेंगी।
उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं के लिए प्रशासन की ओर से कोविड सुरक्षा मानकों पालन करते हुए तैयारियां की जा रही है। परीक्षा केंद्रों का विसंक्रमण, विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजर की व्यवस्था, मॉस्क पहनना तथा सामाजिक अंतर का पालन समेत सभी शर्तों का पालन किया जाएगा।
नारायण ने कहा कि अगले सत्र के लिए शैक्षणिक गतिविधियों की शुरुआत में पहले ही देरी हो चुकी है और इसमें अब और विलंब करना संभव नहीं होगा। अगर इसमें देरी हुई तो पढ़ाई से लेकर विद्यार्थियों के कॅरियर तक प्रभावित होंगे। सरकार की कोशिश की है कि वर्ष 2021-22 की शैक्षणिक गतिविधियां ज्यादा प्रभावित नहीं हों।
मंत्री ने कहा कि अभी चल रही परीक्षाओं के बाद ग्रीष्मावकाश नहीं होगा। परीक्षाओं के तुरंत बाद कक्षाएं शुरु हो जाएंगी, विद्यार्थी सुविधानुसार ऑफलाइन अथवा ऑनलाइन कक्षा में शामिल हो सकेंगे। ऑनलाइन कक्षाएं जल्द शुरु होंगी, विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन कक्षा में भाग लेना अनिवार्य होगा।
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन कक्षाओं के परिप्रेक्ष्य में राज्य के 1 लाख 70 हजार से अधिक विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए गए हैं। इस वितरण में निजी संस्थाओं का सहयोग मिला है। कई शिक्षा संस्थाओं में कक्षाओं को ही अद्यतन सुविधाओं से युक्त स्टूडियो के रूप में परिवर्तित कर स्मार्ट क्लास में ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की गई।