डीडीपीआई की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में मुख्य अध्यापिका ने स्पष्ट किया है कि स्कूल परिसर में ‘स्फूर्तिÓ नामक महिला संगठन की ओर से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान महिला के संगठन के सदस्यों ने नृत्य पेश किया था। इसमें स्कूल की किसी भी शिक्षिका ने भाग नहीं लिया था। इस महिला संगठन ने ऐसा नृत्य पेश करने पर माफीनामा भी सौंपा है।
उल्लेखनीय है कि प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षा मंत्री सुरेशकुमार के निर्देशों के तहत जारी नोटिस का कुछ लोगों ने समर्थन किया है तो कुछ लोगों का कहना कहना है कि नृत्य किए जाने पर किसी शिक्षिका को अपराधी करार देना तार्किक नहीं है।
अब सार्वजनिक शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूल के परिसर में ऐसी संस्थाओं के कार्यक्रमों पर भी निगरानी रखने के निर्देश दिया है। दो दिन पहले कन्नड़ फिल्म के एक गीत पर हाथ में बोतल थामकर नृत्य करती महिलाओं का यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था।