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कांग्रेस से परेशान नहीं : कुमारस्वामी

locationबैंगलोरPublished: Jul 17, 2018 10:44:42 pm

मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने सोमवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे गठबंधन सरकार में साझीदार कांग्रेस से परेशान नहीं है।

कांग्रेस से परेशान नहीं : कुमारस्वामी

कांग्रेस से परेशान नहीं : कुमारस्वामी

बेंगलूरु. मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने सोमवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे गठबंधन सरकार में साझीदार कांग्रेस से परेशान नहीं है। कुमारस्वामी ने रामनगर दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात अपने आसुंओं व गठबंधन का विष पीने वाले बयान के बारे में पूछे जाने पर कही।

कुमारस्वामी ने काफी तल्खी भरे अंदाज में कहा कि उन्होंने कांग्रेस का नाम नहीं लिया। वे भावुक थे और राजनीतिक हालात पर बोले लेकिन मीडिया और विपक्ष ने इसे गलत रंग दे दिया। कुमारस्वामी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली को मेरे बारे में बोलने से पहले अपनी पार्टी के दामन में झांकना चाहिए। जेटली पर प्रहार करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने किसानों की भलाई के लिए कृषि ऋण माफ किया है, अपने फायदे के लिए नहीं।


गौरतलब है कि पिछले सप्ताह कुमारस्वामी पार्टी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में काफी भावुक हो गए। कृषि ऋण माफी का उल्लेख करते हुए कुमारस्वामी ने आंसू भरे नेत्रों से कहा था कि वे मुख्यमंत्री बनने से खुश नहीं है और गठबंधन का विष नीलकंठ की तरह पी रहे हैं। कुमारस्वामी के इस बयान पर जहां कांग्रेस के नेताओं ने नाराजगी जताई वहीं भाजपा गठबंधन को घेर रही है।


कुमारस्वामी के स्वयं को नीलकंठ बताने के बयान पर कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, बी. के. हरिप्रसाद पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने नाराजगी व्यक्त की है। कांग्रेस नेताओं का तर्क है कि मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक समारोह में स्वयं की स्थिति समुद्र मंथन में जहर पीने वाले नीलकंठ जैसी होने का बयान देने के साथ ही आंसू बहाए।

इससे लोगों में गलत संदेश जा रहा है कि कांग्रेस के नेता कुमारस्वामी को प्रताडि़त कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री परमेश्वर की ओर से इस मामले में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी से कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगने पर भी इन नेताओं ने नाराजगी व्यक्त की है।


स्थिति के लिए कांग्रेस जिम्मेदार : कोलिवाड
विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष के.बी. कोलिवाड ने कहा कि कुमारस्वामी के आंसू बहाने की नौबत आई इस स्थिति के लिए कांग्रेस के ही कुछ नेता जिम्मेदार हंै। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के कई नेताओं को कांग्रेस तथा जद (एस) की गठबंधन सरकार पसंद नहीं होने सेे ये नेता कुमारस्वामी पर दवाब बनाने के प्रयास कर रहे हैं। जबकि सरकार के गठन का फैसला कांग्रेस के आलाकमान का फैसला है। इसलिए सरकार के सामने परेशानियां खड़ी करना आलाकमान के फैसले को चुनौती देने जैसा है।


जनता के आंसू पोंछें सीएम : मंजु
मैसूरु में पूर्व मंत्री ए मंजु ने कहा है कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को जनता के आंसू पोंछने हैं उन्हें आंसू नहीं बहाने चाहिए। इससे उनकी बेबसी झलकती है। वे सोमवार को यहां पे्रस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें जहर नहीं सत्ता दी है। उन्हें पांच वर्ष तक राज्य में सरकार चलाने के लिए समर्थन दिया गया है। गठबंधन की सरकार परिवार की तरह है। ऐसा मुख्यमंत्री जो राज्य का शासन नहीं चला सकता उसे आंसू नहीं बहाना चाहिए। यह सही नहीं है।


पूर्व मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के ऐसे व्यवहार से कांग्रेस और पार्टी के नेताओं की बदनामी होगी। सरकार को पत्र लिखना कोई अपराध नहीं है। सरकार को सुझावों को खुले हृदय से स्वीकार करना चाहिए। लेकिन कुमारस्वामी पत्र लिखने के कारण सिद्धरामय्या को ही घेरे में ले रहे हैं।


गम नहीं, खुशी के आंसू : परमेश्वर
उधर, उपमुख्यमंत्री डॉ जी परमेश्वर ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि कुमारस्वामी ने यह बात किस संदर्भ में कही थी लेकिन मुझे लगता है कि उनके आंसू गम के बजाय खुशी के थे। गठबंधन में सबकुछ ठीक है। प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने कहा कि वे गठबंधन सरकार के कारण नहीं बल्कि विपक्षी नेताओं के इस प्रचार के कारण दुखी हैं कि वे हमारे मुख्यमंत्री नहीं हैं।

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