उन्होंने यहां बुधवार को कहा कि भाजपा कोई भी विवाद सुलझाने के बदले उलझाती है। भाजपा ने हुब्बली में इदगाह मैदान का मामला उछाला था। उस मामले को उन्होंने 1996 में सुलझा दिया। अब भाजपा टीपू जयंती को लेकर एक समुदाय विशेष को भड़काने का काम रही है।
उन्होंने कहा कि टीपू जयंती मनाने का एक विशेष तरीका है इसके अनुसार ही कार्यक्रम का आयोजन होना चाहिए। इस्लाम में मूर्ति पूजा नहीं होने के कारण टीपू सुल्तान का फोटो रखकर उस फोटो के सामने दीप जलाना गैर इस्लामिक है।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का समर्थन करते हैं। लिहाजा भाजपा इस मामले में राजनीति बंद करे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साढ़े चार वर्ष में इस मामले को लेकर कुछ नहीं किया है। अब आम चुनाव नजदीक आने पर भाजपा को फिर राम मंदिर याद आ रहा है।