बोम्मनहल्ली क्षेत्र के लिए निविदा दाखिल करने में किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई है, इसके लिए फिर से प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने कहा कि कुल १५ संस्थानों ने निविदा दाखिल की। ६ साल में ६० बच्चों को जन्म देती है एक जोड़ी
डॉ. शशिकुमार ने बताया कि कुत्ते पैदा होने के १० माह बाद ही प्रजनन में सक्षम हो जाते हैं। गर्भधारण के बाद जन्म देने की अवधि केवल ६४ दिनों की होती है। कुत्ते साल में दो बार प्रजनन करते हैं। आवारा कुत्तों की एक जोड़ी (नर-मादा) छह साल में ६० कुत्तों को जन्म देती है। जून और जुलाई में प्रजनन काल होता है। इससे पहले नसबंदी की जानी थी, लेकिन इसका अवसर पालिका ने खो दिया है।
डॉ. शशिकुमार ने बताया कि कुत्ते पैदा होने के १० माह बाद ही प्रजनन में सक्षम हो जाते हैं। गर्भधारण के बाद जन्म देने की अवधि केवल ६४ दिनों की होती है। कुत्ते साल में दो बार प्रजनन करते हैं। आवारा कुत्तों की एक जोड़ी (नर-मादा) छह साल में ६० कुत्तों को जन्म देती है। जून और जुलाई में प्रजनन काल होता है। इससे पहले नसबंदी की जानी थी, लेकिन इसका अवसर पालिका ने खो दिया है।
इसी कारण इस साल आवारा कुत्तों की संख्या अधिक होने वाली है। फिर भी ऐहतियात के तौर पर निविदा प्रक्रिया पूरी नहीं होने के बावजूद पहले से जिम्मेदारी लेने वाले संस्थानों को ही यह जिम्मेदारी अस्थायी रूप से दी गई है। पालिका ने एक कुत्ते की नसबंदी के लिए १२०० रुपए और रेबीज रोकथाम के लिए १५० रुपए भुगतान किया है।