Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अश्लील टिप्पणी विवाद : मंत्री ने वीडियो जारी कर कहा, राष्ट्रपति और पीएम से शिकायत करेंगी

उन्होंने मांग की, सीटी रवि को माफ करने का सवाल ही नहीं उठता। जब तक उन्हें सजा नहीं मिल जाती, मैं चैन से नहीं बैठूंगी। मुख्यमंत्री और सदन के सभापति को मामले की जांच करनी चाहिए। वीडियो को फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) भेजा जाना चाहिए।

2 min read
Google source verification
hebbalkar-complaint

बेंगलूरु. महिला एवं बाल कल्याण मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने सोमवार को भाजपा एमएलसी सीटी रवि का एक वीडियो जारी किया, जिसमें वे विधान परिषद में उनके खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इस अपराध के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगी।

बेलगावी में पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री लक्ष्मी ने कहा, मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है और वे जल्द ही उनसे मिलकर शिकायत दर्ज कराएंगी। उन्होंने कहा, मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलूंगी और मामले से जुड़े सभी सबूत उन्हें सौंपूंगी।

उन्होंने मांग की, सीटी रवि को माफ करने का सवाल ही नहीं उठता। जब तक उन्हें सजा नहीं मिल जाती, मैं चैन से नहीं बैठूंगी। मुख्यमंत्री और सदन के सभापति को मामले की जांच करनी चाहिए। वीडियो को फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) भेजा जाना चाहिए।

भाजपा एमएलसी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, सीटी रवि, आपने वह शब्द इस्तेमाल किया है। मैं आप जैसे सैकड़ों सीटी रवि का सामना करूंगी। मेरे पास दस्तावेज हैं। आपको शर्म आनी चाहिए। आप दावा करते हैं कि पुलिस ने आपका एनकाउंटर करने की योजना बनाई है?

उन्होंने कहा कि अगर कोई आपके गृहनगर चिकमगलूर में आकर आपकी पत्नी के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करे, तो क्या आप चुप बैठेंगे? उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने भी पिछले दो दिनों से मुझसे फोन पर बात की है। राज्य की महिलाएं मेरे साथ हैं। यह विवाद पिछले गुरुवार को विधान परिषद में बहस के दौरान शुरू हुआ। सीटी रवि ने कथित तौर पर कांग्रेस सांसद और

लोकसभा में विपक्ष के नेता

राहुल गांधी को ड्रग एडिक्ट कहा। इस पर तीखी प्रतिक्रिया हुई और मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने रवि को हत्यारा कहा। कथित तौर पर रवि ने हेब्बालकर पर एक अश्लील टिप्पणी की।

कथित टिप्पणी के कारण हेब्बालकर के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में रवि को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद, रवि को रिहा कर दिया गया, जिससे राजनीतिक ड्रामा और बढ़ गया।