बैंगलोर

अधिकारियों ने आंख मूंद कर दिया अनापत्ति प्रमाणपत्र

उपमुख्यमंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने कहा है कि धारवाड़ के कुमारेश्वर नगर में चार दिन पूर्व हुआ भवन हादसा भवन अभियंता तथा मालिकों की लापरवाही से हुआ।

बैंगलोरMar 24, 2019 / 11:44 pm

शंकर शर्मा

अधिकारियों ने आंख मूंद कर दिया अनापत्ति प्रमाणपत्र

हुब्बल्ली. उपमुख्यमंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने कहा है कि धारवाड़ के कुमारेश्वर नगर में चार दिन पूर्व हुआ भवन हादसा भवन अभियंता तथा मालिकों की लापरवाही से हुआ। बिना किसी समीक्षा के अधिकारियों ने एनओसी दी है। प्लानिंग की जांच नहीं की। भवन निर्माण के दौरान सुरक्षा कार्रवाई करनी चाहिए थी परन्तु कर्तव्य में लापरवाही नजर आने के चलते हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम के सात अधिकारियों को निलंबित किया गया है।

उपमुख्यमंत्री डॉ. परमेश्वर, शनिवार दोपहर को धारवाड़ के बहुमंजिला इमारत गिरने के स्थल का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस हादसे में अब तक 15 जनों की मृत्यु हुई है और अब तक 57 जनों की रक्षा कर विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है। मृतकों की मृत्यु पर दु:ख व्यक्त करते हैं। उनके परिजनों के दुख में हम साथ हैं। मुआवजा तथा उचित इलाज के खर्च का वहन करेंगे।


उन्होंने कहा कि इस मामले के संबंध में अभी तक पांच जनों को गिरफ्तार किया गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, दमकल दल के कर्मचारी तथा स्थानीय निवासी बचाव कार्य में शामिल हैं। नए भवन निर्माण के लिए कठिन नियमों का गठन कर शीघ्र ही नए कानून को लागू किया जाएगा। आगामी दिनों में नए नियम बनाए जाएंगे। किस विभाग को साथ लेकर कानून का गठन करना चाहिए इस बारे में चर्चा कर एनओसी देने के निर्देश दिए जाएंगे।


दमकल दस्ते की जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पूर्व ही निर्देश दिए जाने पर भी भवन मालिक तथा अभियंता ने लापरवाही बरती है। अगर उन्होंने कार्रवाई की होती तो इस हादसे को टाला जा सकता था। दोषी जो कई भी हो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।


दो आरोपी अस्पताल में, दो पुलिस हिरासत में
धारवाड़. कुमारेश्वर नगर बहुमंजिला इमारत हादसा मामले में पुलिस के समक्ष समर्पण करने वाले चारों भवन मालिकों में से दो को न्यायाधीश ने पुलिस हिरासत में जबकि दो को उनकी वृद्धावस्था व बीमारियों के मद्देनजर अस्पताल भेजने का आदेश दिया।


भवन गिरते ही उसके चार मालिक गंगप्पा शित्रे, बसवराज निगदी, रवि सबरद तथा महाबलेश्वर पुरदनगुडी घबरा कर फरार हो गए थे। हालात थोड़ा शांत होते ही तीन दिन बाद इमारत के चारों मालिक गुरुवार देर रात्रि धारवाड़ के उपनगर थाने में पेश हुए।


उपनगर थाना पुलिस शुक्रवार देर रात्रि चारों को हिरासत में लेकर अस्पताल ले गई और उनके स्वास्थ्य की जांच कराने के बाद चारों को न्यायाधीश के घर ले जाकर उनके सामने पेश किया था। इमारत गिरने के मामले में 15 लोगों की मृत्यु हुई तथा 54 जने गंभीर रूप से घायल होने के चलते भवन मालिकों से अधिक पूछताछ करने की जरूरत होने से पुलिस ने चारों को पुलिस हिरासत में देने की मांग की थी। पुलिस की मांग पर न्यायाधीश ने भवन मालिक एवं पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी के रिश्तेदार गंगप्पा शिंत्रे तथा बसवराज निगदी को बढ़ती उम्र की बीमारी के मद्देनजर किम्स अस्पताल में भर्ती करने के निर्देश दिए।


इसके अलावा और दो आरोपी रवि सबरद तथा महाबलेश्वर पुरदनगुडी को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजने के आदेश जारी किए। दो आरोपी गंगप्पा शिंत्रे तथा बसवराज निगदी को हुब्बल्ली के किम्स अस्पताल में भर्ती किया गया है तथा रवि सबरद व महाबलेश्वर पुरगुडी को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।


इमारत के अभियंता विवेक पवार को पुलिस पहले ही हिरासत ले चुकी थी जिसे 25 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

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