उन्होंने कहा कि जिले में 49 फीसदी यानी 11,96,000 लोगों ने ही दोनों खुराक ली है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार जिले में दो लाख खुराक का स्टॉक है।
सिम्हा ने फिलहाल कोवैक्सीन के बदले कोविशील्ड लगाने का सुझाव दिया। विशेषकर उन लोगों को जो विदेश जाना चाहते हैं।
उन्होंने जिला प्रशासन को शहर में कैंसर सेंटर स्थापित करने के लिए कम-से-कम 50 एकड़ भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। किदवई मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑन्कोलॉजी मैसूर में एक केंद्र स्थापित करने के लिए तैयार है और इससे शहर में चिकित्सा बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता में सुधार होगा।
उपायुक्त बी. गौतम ने कहा कि पूरे जिला प्रशासन को शामिल करते हुए एक बड़े अभियान का समय आ गया है क्योंकि लोग अब वैक्सीन लेने के प्रति उदासीन हो रहे हैं और इसका कारण कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या में गिरावट है। उन्होंने कहा कि दीपावली से पहले एक लाख खुराक देने के लिए और त्योहार के बाद दूसरा अभियान चलाया जा सकता है।