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तेजस्वी की टिप्पणी पर गरमाई सियासत, विपक्ष ने साधा निशाना

locationबैंगलोरPublished: May 06, 2021 05:01:24 am

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

बिस्तर आवंटन में अनियमितता का मामला

तेजस्वी की टिप्पणी पर गरमाई सियासत, विपक्ष ने साधा निशाना

तेजस्वी की टिप्पणी पर गरमाई सियासत, विपक्ष ने साधा निशाना

बेंगलूरु. कोरोना मरीजों के लिए बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका के पोर्टल निजी अस्पतालों में किए जाने वाले बिस्तर आवंटन में अनियमितता के खुलासे के दौरान बेंगलूरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्य की टिप्पणी को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेताओं ने बिस्तर आवंटन में गड़बड़ी का खुलासा करने के लिए तेजस्वी और तीन भाजपा विधायकों- रवि सुब्रमण्य, उदय गरुड़ाचार, सतीश रेड्डी की प्रशंसा की। लेकिन, कथित तौर पर एक वर्ग विशेष को लेकर की गई टिप्पणी को आलोचना भी की। विपक्ष का आरोप है कि पूरी पटकथा सरकार की विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए रची गई।
पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरामय्या ने कहा कि पूरा प्रकरण ही सरकार की छवि को बचाने की कवायद है। वे पहले ही कोविड प्रबंधन में अनियमितता का मसलस उठाते रहे हैं। लेकिन, सरकार ने इस पर कभी ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वे तेजस्वी को चुनौती देते हैं कि अपनी ही सरकार को कोरोना प्रबंधन में हुई अनियमितता की जांच कराने के लिए कहें।
पूर्व मुख्यमंत्री और जद-एस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि चामराजनगर की विफलता को छिपाने के लिए एक सोची समझी रणनीति के तहत तेजस्वी सूर्या तथा भाजपा के विधायकों ने बीबीएमपी के कोरोना वॉर रूम का औचक निरीक्षण कर सुर्खियां बटोरने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास इस महामारी से निपटने के लिए कोई स्पष्ट कार्य योजना नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के.शिवकुमार ने फर्जी मरीजों के नाम से शहर के अस्पतालों के बेड ब्लॉक करने के मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने बुधवार को संवाददाताओंं से कहा कि सांसद तेजस्वी सूर्या, विधायक रवि सुब्रमण्या और सतीश रेड्डी की खुफिया जांच पालिका के अधिकारियों के खिलाफ नहींं, बल्कि मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के खिलाफ होनी चाहिए। इस मामले के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार करना होगा।
उन्होंने कहा कि तीनों जनप्रतिनिधियों ने दावा किया है कि यह मामला उनकी नजर में दस दिन पहले ही आया था। इतने दिन तक तीनों प्रतिनिधि क्या कर रहे थे। इस मामले में एक ही समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। प्रदेश की जनता को पता चल चुका है कि सरकार ने चामराजनगर में आक्सीजन की किल्लत से संक्रमितों की मौत के मामले पर पर्दा डालने के उद्देश्य से बेड ब्लॉकिंग का मामला उछाला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 25 सांसद अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में विफल रहे हैं।

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