रेणुकाचार्य ने कांग्रेस तथा जनता दल-एस से त्यागपत्र देने वाले अयोग्य विधायकों के क्षेत्रों में अधिक अनुदान आवंटन का समर्थन करते हुए कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। गठबंधन सरकार के के दौरान इन विधायकों के क्षेत्रों की अनदेखी की गई थी। इस पर विपक्षी दलों को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
रेणुकाचार्य ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता राज्य में मध्यावधि चुनाव के सपने देख रहे हैं। मगर, भाजपा सरकार कार्यकाल पूरा होने तक सत्ता में रहेगी और बाद में भी बहुमत के साथ वापसी करेगी। विपक्ष सपने देखना बंद करे।