विपक्ष का आरोप लैपटॉप खरीदी में व्यापक भ्रष्टाचार
विधान परिषद में विपक्ष कांग्रेस तथा जनता दल -एस के सदस्यों ने इंजिनियरिंग,चिकित्सा शिक्षा, स्नातक कॉलेज तथा पॉलीटेकनिक कॉलेज के विद्यार्थियों को वितरित किए गए लैपटॉप खरीदी में व्यापक भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस मामले की जांच के लिए सदन समिति के गठन की मांग रखी। विपक्ष की इस मांग पर सत्तासीन भाजपा सदस्यों की टिप्पणी से आहत विपक्ष ने इस मांग को लेकर सभापति के पीठ के सामने धरना दिया
विपक्ष का आरोप लैपटॉप खरीदी में व्यापक भ्रष्टाचार
बेंगलूरु. सदन में कांग्रेस के सदस्य केसी कोंडय्या ने इस मामले को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत अपना तर्क पेश करते हुए कहा कि इस मामले के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए सदन समिति का गठन ही एक मात्र विकल्प है, इस मांग पर आक्रोशित सत्तासीन भाजपा के सदस्योंने कांग्रेस को याद दिलाया की लैपटॉप की खरीदी के लिए वर्ष 2017-18 माने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान ही निविदाएं आमंत्रित कर लैपटॉप खरीदे गए थे। ऐसे में क्या कांग्रेस के सदस्य अपनी ही सरकार के भ्रष्टाचार की जांच के लिए सदन समिति की मांग कर रही है?भाजपा सदस्यों के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष एसआर पाटिल समेत कांग्रेस के सदस्य शरणप्पा मट्टूर, एचएम रेवण्णा ने आपत्ती दर्ज करते हुए भाजपा के सदस्यों के साथ बहस में उलझ गए इस दौरान सभापति प्रतापचंद्र शेट्टी ने सदस्यों को एक साथ बात नहीं करने के लिए सूचित किया लेकिन सत्तासीन भाजपा तथा विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर चलता रहा। तब सदन में स्थिति अनियंत्रित होती हुई देखकर सभापति ने सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित करने की घोषणा की। दस मिनट के पश्चात जब सदन की कार्यवाही जब पून: शुरु हुई तब कांग्रेस के सदस्य एम नारायणस्वामी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले सरकार की कई योजनाएं निरस्त की है ऐसे में अगर भाजपा को लैपटॉप खरीदी में भ्रष्टाचार होने की जानकारी थी तो सरकार ने इस योजना को निरस्त करने के बदले क्यों जारी रखा है? उन्होंने कहा कि इससे पहले वर्ष 2016-17 में इस योजना में 300 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार होने के आरोप बीएस यडियूरप्पा ने लगाया था। तब इस मामले की जांच के लिए कांग्रेस के सदस्य केसी कोंडय्या की अध्यक्षता में सदन समिति का गठन किया गया था।वर्ष 2016-17 में 14 हजार रुपए के मूल्य पर खरीदे गए लैपटॉप वर्ष 2017-18 में 28 हजार रुपए मूल्य पर क्यों खरीदे गए सरकार को इस दो गुणे मूल्य पर स्पष्टिकरण देना होगा।जनता दल-एस के सदस्य बसवराज होरट्टी ने कांग्रेस के इस तर्क का समर्थन करते हुए कहा कि अगर सरकार को लगता है की इस मामलें में कोई धांदली नहीं है तो इस मामले को लेकर उभरे संदेह को दूर करने के लिए सदन समिति की जांच पर सरकार को आपत्ती नहीं होनी चाहिए।इस मामले को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ सीएन अश्वथनारायण ने सदन को स्पष्टिकरण दे रहे थे तब सत्तासीन भाजपा तथा विपक्ष के बीच फिर घमासान शुरु हो गई जिसके कारण सभापति ने सदन की कार्यवाही फिर एक बार स्थगित कर दी।
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