हम चुनाव में जद (ध) का समर्थन करेंगे। ओवैसी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षों मतों का विभाजन रोकने के लिए पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारने का निर्णय किया है। ओवैसी ने कहा कि हम जद (ध) के लिए प्रचार भी करेंगे और कोशिश करेंगे कि एच डी कुमारस्वामी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनें। ओवैसी ने कहा कि हमारा मानना है कि देश और कर्नाटक के हित में है कि गैर भाजपा और गैर कांग्रेस सरकार बने। ओवैसी ने कहा कि इस बार उम्मीदवार नहीं उतारने के बावजूद हम पार्टी के संगठन को मजबूत करेंगे और स्थानीय चुनाव लड़ेंगे।
एमआईएम ने पहले राज्य विधानसभा चुनाव लडऩे और कम से कम ५० सीटों पर उम्मीदवार उतारने की बात कही थी। पार्टी ने जनता दल ध से भी गठबंधन करने की कोशिश की थी लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ पाई थी।
उधर, मैसूरु में संवाददाताओं से बातचीत में कुमारस्वामी ने ओवैसी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कांग्रेस और भाजपा आमलोगों के लिए काम नहीं करती है और इसी कारण इस बार जद ध को जनता चुनेगी।
तीसरा सहयोगी
इस बार जद (ध) को विधानसभा चुनाव में तीन वैसे दलों का साथ मिला है जिनका राज्य में कोई मजबूत जनाधार नहीं है। ओवैसी की पार्टी से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति भी जद (ध) को समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है जबकि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी बसपा और जद (ध) में पहले ही गठजोड़ हो चुका है। बसपा २० सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
टिकट नहीं मिला तो जार-जार रोए नमोशी
बेंगलूरु. विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को अपने 82 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। सूची जारी होने के बाद पार्टी के अंदर असंतोष की आग और भडक़ गई है। कई स्थानों से दावेदारों के समर्थकों द्वारा प्रदर्शन के समाचार हैं।
पूर्व मंत्री रेवु नायक बेलमगी, पूर्व विधान परिषद सदस्य शशील नमोशी को टिकट नहीं मिलने पर पार्टी की कलबुर्गी इकाई के कार्यकर्ताओं को घोर निराशा है।
टिकट नहीं मिलने से दुखी होकर सुशील नमोशी बागलकोट में प्रेस वार्ता के दौरान टीवी कैमरों के सामने ही रो पड़े और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के प्रति असंतोष जाहिर किया। कलबुर्गी जिले से टिकट नहीं मिलने के कारण पूर्व मंत्री रेवुनायक बेलमगी के समर्थकों ने भी आक्रोश प्रकट किया है। तुमकूरु शहर सीट से पूर्व मंत्री सोगडु शिवण्णा के बजाय ज्योति गणेश को टिकट देने की बात शिवण्णा समर्थक पचा नहीं पा रहे हैं और उन्होंने इस पर कड़ा आक्रोश जताया है। कोडुगू जिले में विराजपेट से टिकट के दावेदार पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केजी बोपय्या तथा मैसूरु की कृष्णराजा सीट से टिकट के दावेदार पूर्व मंत्री एसए रामदास का टिकट नहीं मिलने के कारण उनके समर्थकों में भारी रोष हैं।