संस्थान के महासचिव डॉ. सचिन सिन्हा ने बताया कि बुखार और ऑक्सीजन स्तर को लेकर कई पुलिसकर्मी व्याकुल थे क्योंकि इनमें से लगभग आधे पुलिसकर्मी हर दिन क्वारंटाइन केंद्रों व उन घरों का दौरा करते हैं जहां लोगों को क्वारंटाइन किया गया है।
सुब्रमण्यपुरा में करीब १०० लोग क्वारंटाइन हैं। फेफड़ों के ठीक से काम नहीं करने पर सबसे पहले ऑक्सीजन स्तर घटता है। शरीर में ऑक्सीजन का स्तर ९० फीसदी से कम नहीं होना चाहिए। बता दें कि हर्बल दवाओं से कोविड-१९ ठीक होने की वायरल खबरों को लेकर शहर के आयुष (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध व हो योपैथी) विभाग के आयुक्त ने एडवाइजरी जारी की है। ऐसी खबरों को निराधार बता कर लोगों से सावधान रहने की अपील की है।