समुदाय को आरक्षण की मांग को किसी भी राजनीतिक दल ने गंभीरता से नहीं लिया है। लिहाजा इस पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है।वर्ष 2012 में इस मांग को लेकर राज्यव्यापी अभियान भी चलाया गया था लेकिन अभी तक यह मांग पूरी नहीं होने के कारण इस समुदाय के लोग पिछड़़ रहे हंै। इस मांग को लेकर अब 700 किलोमीटर लंबी पदयात्रा निकाली जा रही है। प्रति दिन लगभग 20 किलोमीटर का फासला पार करते हुए यह यात्रा विधानमंडल का बजट सत्र शुरु होने से पहले बेंगलूरु पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि हाल में मंत्रिमंडल में शामिल हुए समुदाय के नेता मुरगेश निराणी ने इस पदयात्रा को रोकने की अपील की है लेकिन समुदाय चाहता है कि पूर्व नियोजित कार्यक्रम निरस्त न हो इसलिए पदयात्रा को शुरू किया गया है। समुदाय के नेता मंत्री सीसी पाटिल, सांसद करडी संगण्णा ने पदयात्रा को समर्थन दिया है।
समुदाय के सभी राजनेताओं को इस मांग को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत करने की अपील की गई है। रविवार को जिला मुख्यालय बेलगावी आ रहे अमित शाह को भी इस मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।