पुलिस के अनुसार जोगप्पा ले आउट में बेंगलूरु जल प्रदाय और मल जल निस्तारण बोर्ड (बीडब्लूएसएसबी) एक शुद्धिकरण संयंत्र (एसटीपी) का निर्माण करवा रहा है। जिस टंकी का हिस्सा ढहा, वह इसी एसटीपी का एक हिस्सा है। बताया गया है कि करीब ४० फीटकी ऊंचाईपर टंकी की छत डालने के लिए लगाई गईसेंटरिंग टूटने से यह हादसा हुआ।
घटना की सूचना मिलने पर हेब्बाल पुलिस और अग्निशमन बल घटना स्थल पहुंची और बचाव का कार्य शुरू किया। कुछ देर बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरफ) भी मौके पर पहुंच कर घायलों को निकालने के काम में जूट गया। मलबे से तीन मजदूरों के शव बरामद किए गए।
इनमे से केवल एक मजदूर की पहचान ओडिशा के कृष्णा (३०) के रूप में हुई है, जबकि दो अन्य की पहचान नहीं हुई। बताया गया है कि करीब २५ एकड़ के क्षेत्र में आठ एसटीपी बनाए जारहे हैं। हर एसटीपी में २५ से अधिक मजदूर कार्यरत थे। अधिकांश मजदूरों का संबंध उत्तर भारत से बताया गया है।
ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री कृष्ण बैरेगौड़ा और हेब्बाल के विधायक बैरती सुरेश ने घटना स्थल पहुंच कर मुआयना किया। बैरेगौड़ा ने बताया कि सरकार मृतकों के परिजनों को मुआवजा देगी। इस घटना की जांच करा रही है। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए हैं, इसकी जांच होगी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। निर्माणकर्ता एसएमसी कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बीडब्लूएसएसबी के चेयरमैन तुषार गिरिनिाथ ने बताया कि तीन मजदूरों की मौत हुई है और दो घायल मजदूरों की स्थिति ङ्क्षचताजनक बताई गई है। बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अभियंता नित्यानंद से घटना की पूरी जांच कराई जा रही है। बोर्ड मृतकों के परिजनों को मुआवजा देगा।