scriptअब तो जाग प्रवासी भोर भई… | patrika launched jago janmat campaign in bengaluru | Patrika News

अब तो जाग प्रवासी भोर भई…

locationबैंगलोरPublished: Jan 29, 2018 05:06:23 pm

राजस्थान पत्रिका के ‘जागो-जनमत’ अभियान 2018 का शुभारंभ

jago janmat blr
बेंगलूरु. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान के प्रति जागरूकता को लेकर राजस्थान पत्रिका के ‘जागो-जनमतÓ अभियान का रविवार को यहां आगाज हुआ। गांधीनगर स्थित तेरापंथ सभा भवन में राजस्थान पत्रिका और तेरापंथ सभा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह में बेंगलूरु में बड़ी संख्या में राजस्थानी प्रवासी सहित उत्तर भारतीय प्रवासियों में जैन, अग्रवाल, राजपूत, बाह्मण, माली सेनी, जाट, कुमावत, सिरवी, प्रजापत, पटेल आदि विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लेकर सही प्रत्याशी चुनने के लिए मताधिकार के उपयोग का संकल्प लिया।
मुख्य अतिथि कर्नाटक विधान परिषद सदस्य लहरसिंह सिरोया, प्रदेश कांग्रेस के सचिव सुभाष अग्रवाल थे। अध्यक्षता तेरापंथ सभा बेंगलूरु के अध्यक्ष कन्हैयालाल गिडिय़ा ने की। विशिष्ट अतिथि तेरापंथ ट्रस्ट बेंगलूरु के अध्यक्ष बहादुरसिंह सेठिया थे। मुख्य वक्ता राजस्थान पत्रिका जयपुर के सहायक संपादक दौलतसिंह चौहान और समाचार संपादक जितेन्द्र शेखावत थे। प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर अभियान का शुभारंभ किया।
मुख्य वक्ता दौलतसिंह चौहान ने कहा कि राजस्थान पत्रिका एक दूसरे से जुड़ाव का माध्यम है। पत्रिका मुद्दों और प्रवासियों की समस्याओं की बात करती है। पत्रिका के संस्थापक कर्पूरचन्द्र कुलिश ने उत्तर और दक्षिण के बीच सेतु के रूप में बेंगलूरु में इसकी शुरुआत की थी और आज पत्रिका आप सभी के बीच है। पत्रिका का प्रयास जनता के प्रति दायित्व पर खरा उतरना है। उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा लाए गए एक कानून का हवाला देते हुए कहा कि पत्रिका को अपने दायित्वों को लेकर कई बार सरकार की नाराजगी भी झेलनी पड़ती है। इस पर उन्होंने पत्रिका समूह के प्रधान सम्पादक गुलाब कोठारी के ध्येय वाक्य ‘जो जनता के खिलाफ है, पत्रिका भी उसके खिलाफ हैÓ का भी हवाला दिया। उन्होंने पत्रिका के उद्देश्यपरक प्रकल्पों की बात करते हुए कि पत्रिका ने जनादेश यात्रा निकाली, लोगों को वोट के प्रति जागरूक किया। परिणाम मतदान प्रतिशत बढऩे के रूप में आया, जो पत्रिका के जागो-जनमत अभियान के सार्थक परिणामों को दर्शाता है। मतदान से पहले सोच कर काबिल प्रत्याशी को वोट दें। कोशिश सफल होगी। पत्रिका ने राजस्थान में प्रयास किया कि घोषणा पत्र जनता तय करे, राजनीतिक पार्टियां नहीं। हर विधानसभा में कमेटी बनाकर लोगों की राय जानी और उनके बताए मुद्दों की सूची बनाकर राजनीतिक पार्टियों को देकर चुनाव जीतने वाले को जनता के मुद्दे पूरे करने के लिए प्रतिबद्ध कराया। हर शुरुआत घर से होती है, बस प्रयास करें। तेरापंथ सभा अध्यक्ष कन्हैयालाल गिडिय़ा ने कहा कि पत्रिका पढऩे से संतुष्टि मिलती है। इससे लगाव है, यह हमारा अपना अखबार है। उन्होंने जागो-जनमत अभियान की सफलता की उम्मीद जताते हुए इसे चुनाव तक सीमित नहीं रखकर अन्य समस्याओं से जोड़कर जारी रखने की बात कही।
समाचार संपादक जितेंद्र शेखावत ने कहा कि जागो जनमत अभियान लोगों को जागरूक करने में सफल रहा है। लोग वोट देने लगे हैं। पत्रिका के सामाजिक सरोकार के तहत हरयाळो राजस्थान और अमृतम् जलम् अभियान सफल रहे हैं। इस संदर्भ में राजस्थान में आयोजनों के कई उदाहरण भी दिए।
उन्होंने कहा कि वर्ष २०१३ में कर्नाटक में जागो जनमत अभियान से लोगों में जागृति आई, लोगों की सोच बदली और वोट प्रतिशत करीब १० प्रतिशत बढ़ा। उन्होंने कहा कि जागरूकता नहीं रहने से हम राजनीति क्षेत्र में कोई खास मुकाम नहीं पा सके। अब हमें जागरूक होकर अपनी ताकत बतानी होगी।
सिरोया बोले : नेताओं के फेर में संतों की उपेक्षा न हो
विधान परिषद सदस्य लहरसिंह सिरोया ने पूर्व में राजस्थान में एक चुनाव परिणाम के उदाहरण के जरिए वोट की महत्ता बताते हुए कहा कि एक वोट इतिहास बदल देता है। उस एक वोट से राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र को नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि हम नेताओं के आगे पीछे भागते हैं और वे हमें कुछ नहीं समझते। कई बार आयोजनों में राजनेताओं को आमंत्रित कर उनके आगे पीछे घूमते रहते हैं और मौजूद साधु-संतों को भूल जाते हैं। इससे उनकी उपेक्षा होती है। ऐसा नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को अब विधानसभा चुनाव की संभावित तिथि तय कर देनी चाहिए ताकि लोगों में जागरूकता के प्रयास शुरू हो सके। पत्रिका के प्रयासों से प्रवासियों में जागरूकता आई है। इसके जरिए हमें अपने वोट की ताकत को समझना होगा। हमें अब कर्नाटक की राजनीति में एकजुट होकर आगे आना चाहिए।
बदलनी होगी मानसिकता
प्रदेश कांग्रेस सचिव सुभाष अग्रवाल ने कहा कि पत्रिका कर्नाटक में यह दूसरी बार अभियान लेकर आई है। चुनाव होता है तो हम छुट्टी समझ लेते हैं उस मानसिकता को छोडऩा होगा। प्रत्याशी पसंद नहीं हो तो विकल्प के लिए नोटा भी होता है। वोट किसी को भी दीजिए, लेकिन दीजिए अवश्य। पत्रिका का मत के अधिकार को लेकर यह अभियान निश्चय ही कमाल दिखाएगा।
महिलाएं दोहराएंगी इतिहास
समारोह में उपस्थित बिंदूराय सोनी ने कहा कि प्रवासी महिलाएं पांच साल पहले का इतिहास फिर दोहराएंगी। अभियान को सफल बनाने के लिए वे हर संभव सहयोग करेंगी। मार्केटिंग का जमाना है हमें उसे भी ध्यान में रखना होगा। रेणू रांका और शारदा चौधरी ने कहा कि वोट के लिए महिलाएं कम जाती हैं। हमें वोट की कीमत जानकर घर घर जाकर महिलाओं को जागरूक करना होगा।
इन्होंने भी व्यक्त किए विचार
उत्तर भारतीय समाज के प्रो. विनय यादव ने कहा कि पत्रिका का हिंदी में हमेशा सहयोग रहा है। लोग वोट नहीं पार्टी का आकलन करते हैं। जागरूक होंगे तो अवश्य अच्छे व्यक्ति को जीतेंगे। यहां पर पत्रिका की भूमिका बढ़ती है कॉलेजों में अगर जागरूक करें तो कई युवा मतदाताओं को जोड़ा जा सकता है। महेंद्र जैन ने अभियान को सफल बनाने में सहयोग का विश्वास दिलाया। कांठा प्रांत युवक परिषद के सचिव सिद्धार्थ बोहरा ने कहा कि हम केवल आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत हैं, लेकिन राजनीति क्षेत्र में नहीं। हमें युवाओं को जोडऩा होगा ताकि हम अपनी ताकत दिखा सकें। कन्हैयालाल चिप्पड़ ने कहा कि हमें जनमत के साथ जागना है। आदर्श ग्रुप के अध्यक्ष केके भंसाली ने कहा कि एक ऐसा वोट बनाया जाना चाहिए ताकि अधिकाधिक लोग वोट कर सकें। सतीश जैन ने अभियान को सफल बनाने के लिए सभी से आह्वान किया। उमाकांत अग्रवाल ने कहा कि अधिकाधिक 18 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को जोडऩा होगा और उनके जागरूक करना होगा। इस अवसर पर आचार्य महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति बेंगलूरु के अध्यक्ष मूलचंद नाहर, वरिष्ठ समाजसेवी इन्दरचंद भंसाली भी मौजूद थे। प्रारंभ में राजस्थान पत्रिका के स्थानीय संपादक राजेंद्रशेखर व्यास ने स्वागत भाषण देते हुए बेंंगलूरु में पिछले चुनाव में प्रवासियों के सहयोग से पत्रिका के जागो जनमत अभियान की सफलता पर प्रकाश पर प्रकाश डाला। अंत में राजस्थान पत्रिका के जोनल हैड जोस पी. ने कहा कि सभी समाज मिलकर भारत बनता है। वोट की जिम्मेदारी समझनी होगी। आयोजन की सफलता के लिए उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। समारोह का संचालन समाजसेवी सज्जनराज मेहता ने किया।
इनकी रही उपस्थिति
खागा अध्यक्ष गौतम पोरवाल, उपाध्यक्ष डूंगरमल चौपड़ा, जैन युवा संगठन के विनोद नंदावत, पूर्व मंत्री रूपचंद कुमट, रामलाल सोलंकी, वर्दीचंद देवड़ा, राजगढ़ सादुलपुर नागरिक परिषद सचिव सचिन पाण्ड्या, कास्टा से सज्जनराज पितलिया, भेरुसिंह राजपूत, तेरापंथ सभा से प्रेमकुमार पारख, अखिल भारतीय एकता मंच के महासचिव गोविंद सिंह, महाराणा प्रताप मंडल से एम राजेंद्र सिंह, सचिव विक्रम सिंह चम्पावत, आचार्य तुलसी महाप्रज्ञ सेवा से सुशील कुमार सीदानी, गणपतराम, कांतिलाल राजपुरोहित, महाराणा प्रताप नवयुवक मंडल अध्यक्ष महेंद्र सिंह , राजस्थान प्रवासी संघ से भीमराज पुरोहित, जेवाईएस से रितेश कुमार, सी बाबूलाल जैन, मेवाड़ पैलेस अध्यक्ष पुखराज मेहता, सुभम चोपड़ा, द कर्नाटक जाट समाज अध्यक्ष भंवरलाल भायला, राहुल राय, भवानीशंकर सैनी, अरुणकुमार शर्मा, राजपूत परिषद कर्नाटक के अध्यक्ष कल्याणसिंह जैतावत, मेवाड़ भवन के मंत्री दिनेश पोखरना, हरेंद्र पारीख, जैन मंदिर चिकपेट से प्रकाश पिरगल, जेविन जैन, डॉ. रविंद्र जैन, ऑल इंडिया जेन मायनरिटी फैडरेशन के उपाध्यक्ष महेंद्र सोलंकी, रिकबचंद सुराणा, मुकेश जाखड़, राजेश कुमावत, सतीश जैन, डॉ सुनील तरुण, कालूराम चौधरी, वेद प्रकाश पाण्डेय, एमपी पोद्दार, एबीईएम से उदयकुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह, रामशंकर सिंह, अखिलभारतीय एकता मंच से बाबूसिंह, भूपेंद्र सुंदेशा, उमंग अग्रवाल, मेवाड़ भवन अध्यक्ष कुंदनमल गन्ना, दीपक पटेल, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के मंत्री रमेशचंद कोठारी, प्रजापत समाज काटनपेट उपाध्यक्ष गोरधनलाल प्रजापत, प्रजापत समाज अध्यक्ष भंवरलाल प्रजापत, हीरालाल प्रजापत, जैन तेरापंथ सभा राजाजीनगर सह मंत्री संजय बांठिया, वेणू गोपाल, ब्यावर संघ से प्रदीप कुमार छाजेड़, मुनि सुव्रत स्वामी जैन संघ से ललित कुमार सिंघवी, माली समाज के रामलाल सोलंकी आदि मौजूद थे।
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