scriptबिना राशन कार्ड वालों को भी राशन वितरित होगा: मुख्यमंत्री | people will get ration without ration cards says cm | Patrika News

बिना राशन कार्ड वालों को भी राशन वितरित होगा: मुख्यमंत्री

locationबैंगलोरPublished: Apr 04, 2020 09:12:25 pm

Submitted by:

Surendra Rajpurohit

– शहर के सांसदों व विधायकों के साथ बैठक बैठक के बाद में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए येडियूरप्पा ने कहा कि कुछ अत्यंत गरीबों के पास राशन कार्ड नहीं होने की जानकारी मिली है लिहाजा ऐसे लोगों को बिना राशन कार्ड के ही राशन वितरित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में जब उन्होंने लाकडाउन को कड़ाई से लागू करने में जनप्रतिनिधियों से सहयोग देने की अपील की तो उन्होंने हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया और कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा उटाए गए कदमों की सराहन

बिना राशन कार्ड वालों को भी राशन वितरित होगा: मुख्यमंत्री

बिना राशन कार्ड वालों को भी राशन वितरित होगा: मुख्यमंत्री

बेंगलूरु

मुख्यमंत्री बी.एस. येडियूरप्पा ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू लाकडाउन की स्थिति के कारण संकट का सामना कर रहे गरीब परिवारों को राशन कार्ड के बिना भी राशन का वितरण करने के आदेश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री येडियूरप्पा ने शनिवार को यहां विधानसौधा के सम्मेलन सबागार में बेंगलूरु शहर के सांसदों, विधायकों व विधान परिषद के सदस्यों के साथ बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा उठाए गए तमाम एहतियाती कदमों की जानकारी दी।
बैठक में विधायकों ने इंदिरा कैंटीनों के जरिए गरीबों को मुप्त बोजन वितरित करना जारी रखने,हापकाम्स के माध्यम से फल व सब्जी के वितरण में तेजी लाने, बेंगलूरु करगा को सादी से मनाने की अनुमति देने, निराश्रितों और दिहाड़ी मजदूरों को सरकार की तरफ से और अधिक सहायता दिए जाने की मुख्यमंत्री से मांग की।
बैठक के बाद में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए येडियूरप्पा ने कहा कि कुछ अत्यंत गरीबों के पास राशन कार्ड नहीं होने की जानकारी मिली है लिहाजा ऐसे लोगों को बिना राशन कार्ड के ही राशन वितरित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में जब उन्होंने लाकडाउन को कड़ाई से लागू करने में जनप्रतिनिधियों से सहयोग देने की अपील की तो उन्होंने हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया और कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा उटाए गए कदमों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाकडाउन के कारण उत्पन्न हालात से निपटने के लिए 17 वार रूम्स की स्थापना की गई है जो 24 घंटे काम कर रहे हैं। बीबीएमपी ने पूरे शहर में कीटनाशकों के छिडक़ाव का कार्य पूर्ण कर लियाहै। शहर में 480 हापकाम्स के जरिए फलों का वितरण किया जा रहा है और मोबाईल हापकाम्स भी शुरू किए गए हैं। इसी तरह आवाश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए पृथक टास्क फोर्स का गठन किया गया है और राज्य में चीनी , दालों,खाद्यान्नों का पर्याप्त स्टाक रखा गया है।
असंगठित वर्ग के श्रमिकों को राशन का वितरिण करने की माकूल व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से लाकडाउन का कड़ाई से पालन करने व घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील करते हुए कहा कि अकारण घरों से बाहर निकलने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि बेंगलूरु शहर के विक्टोरियां व बोरिंग अस्पताल को कोरोना संक्रमितों का उपचार करने के लिए आरक्षित कर दिया गया है और इन अस्पतालों में 650 आयसोलेशन बिस्तर की व्यवस्था की गई है।
हाल में स्थापित किए गए 31 फीवर क्लिनिक सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं और सामान्य रोगियों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों व निजी क्लिनिकों को खोलने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बहाल रखी गई है लिहाजा किसी को चिंता करने की जरुरत नहीं है। लोगों को घरेलू सामान का अधिक स्टाक करने के बजाय जरुरत के अनुसार ही सामान की खरीद करनी चाहिए। कोरोना से उत्पन्न हालात से निपटने के लिए मंत्रिमंडलीय सदस्यों की सदसय्ता में टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
राज्य में वेंटीलेटरों की खरीद को लेकर चल रहे विवाद का पटाक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य में कोरोना से संक्रमित कोई भी रोगी वेंटीलेटर पर नहीं है और केवल दो रोगियों को आक्सीजन पर रखा गया है। कोरोना संदिग्धों का अंतरराष्ट्रीय स्तर के उपकरणों से परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब तकर राज्यमें कुल 128 जने कोरोना संक्रमित हुए हैं और उनमें से चार जनों क मौतें हुई है और कोरोना से संक्रमित 11 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
राज्य के सभी जिलाधिकारियों को अपने अपने जिलों में सामाजिक दूरी बहाल रखने के आदेेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 36 डिस्टीलरीज को सेनेटाईजर का उत्पादन करने की अनुमति दी गई है। बाहरी इलाकों से शहर में आए मजदूरों के लिए शहर के सामुदायिक भवनों व कल्याण मंटपों में आवास व खानपान की व्यवस्था की गई है। राज्य में 40 लाख परिवारों को मुफ्त दूध का वितरण किया जा रहा है। राज्य भर में 500 चैकपोस्ट की स्थापना की गई है और अंतरराज्यीय सीमाओं पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के ेवाहनों को छोडक़र अन्य वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलिगी जमात में शामिल हुए लोगों का पता लगाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। अगले एक दो दिनों में निर्माण श्रमिकों के बैंक खातों में 1000 रुपए की अतिरिक्त सहायता राशि जमा करवा दी जाएगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो