संस्थान के कुलपति डॉ एस राजेंद्र प्रसाद ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि विज्ञान कांग्रेस बेहद खास होगा। इस बार मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट जर्मनी के नोबेल पुरस्कार विजेता स्टीफन हेल और वाइजमैन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, इजराइल से संरचनात्मक जीव विज्ञान के विशेषज्ञ अदे ई योनथ कार्यक्रम में भाग लेंगे। कार्यक्रम में विश्व भर से लगभग 15000 लोग हिस्सा लेंगे जिसमें नोबेल पुरस्कार विजेता, विशेषज्ञ, छात्र, किसान और अन्य लोग शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि अब तक करीब 8000 पंजीयन हो चुके हैं जिसमें से लगभग 5000 छात्र हैं। आयोजन में विभिन्न देशों से कुल 74 वक्ता आ रहे हैं जो की विभिन्न विषयों पर अपने पत्र की प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा कार्यक्रम में 1500 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष यह आयोजन मुख्यत: किसान और ग्रामीण दशा पर आधारित होगा। इसके अलावा बाल विज्ञान कांग्रेस और महिला विज्ञान कांग्रेस आयोजन के खास आकर्षण होंगे। बाल विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन भारत रत्न डॉ सीएनआर राव करेंगे जबकि महिला विज्ञान कांग्रेस का शुभारंभ रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) की वैज्ञानिक और अग्नि-4 प्रक्षेपास्त्र की परियोजना निदेशक डॉ टेसी थॉमस करेंगी। पहली बार कृषक विज्ञान कांग्रेस का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में 90 वैज्ञानिकों के साथ कुल 26 सत्र होंगे जिसमें विज्ञान के सभी 14 पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ हर्षवर्धन, राज्यपाल वजूभाई वाळा, मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा उपस्थित होंगे। इस वर्ष का विज्ञान कांग्रेस ग्रामीण विषय पर आधारित किया गया है। इसलिए बड़ी संख्या में किसानों को इसमें शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि वे विश्व भर की आधुनिक तकनीक वाली कृषि एवं अन्य ग्रामीण विकास के कार्य को जान सकें। उन्होंने बताया कि 4 से 7 जनवरी तक विज्ञान कांग्रेस में लोग नि: शुल्क प्रवेश कर प्रदर्शनी देख सकेंगे।