बेंगलूरु. चुनावों से ठीक पहले सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक एम. विरुपाक्षप्पा के नौकरशाह बेटे प्रशांत कुमार के खिलाफ लोकायुक्त कार्रवाई को लेकर राज्य का सियासी तापमान तेजी से चढ़ा है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस शनिवार को सड़क पर उतरी और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रेस कोर्स रोड स्थित मुख्यमंत्री निवास पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात थे।
सिद्धरामय्या, रणदीप सिंह सुरजेवाला, पूर्व मंत्री प्रियांक खरगे और कृष्ण बैरेगौड़ा समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने निकले, जहां रास्ते में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने एक विशाल रैली निकाली और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के आवास के घेराव का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सिद्धरामय्या, कांग्रेस महासचिव और प्रदेश मामलों के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रियांक खरगे समेत दर्जन भर कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ नारे लगाए और बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली सरकार को 40 फीसदी कमीशन सरकार की संज्ञा दी।
कांग्रेस नेता भाजपा विधायक एम. विरुपाक्षप्पा के बेटे प्रशांत कुमार को 40 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ने और लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई में 8.12 करोड़ रुपए बरामद करने के बाद विरुपाक्षप्पा की गिरफ्तार की मांग कर रहे थे।