शराब पीकर पहुंचा पोलिंग अधिकारी बेलगावी जिले की गोकाक विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र क्रमांक 231 पर तैनात एक अधिकारी महकता हुआ पहुंचा तो वहां हड़कंप मच गया। चुनाव अधिकारी एक शिक्षक था और वह शराब के नशे में धुत्त होकर ड्यूटी करने पहुंचा था। जब उसके साथियों ने उसकी हालत देखी तो उसे कहा कि वह दूसरे अधिकारी को काम करने दे लेकिन झूमते शिक्षक ने इंकार कर दिया और खुद वोट डलवाने पर अड़ गया। इसके बाद पीठासीन अधिकारी ने पुलिस को बुलाकर उसे अस्पताल ले जाने और एल्कोहल की जांच कराने के निर्देश दिए। पुलिस वाले उसे अस्पताल ले गए लेकिन शराबी शिक्षक वहां से भाग निकला। जिला उपायुक्त एसबी बोम्मनहल्ली ने उसे चुनाव ड्यूटी से मुक्त करते हुए निलंबित करने के निर्देश दिए। डीसी ने घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
मतदान का बहिष्कार किया रानीबेन्नूर में नाराज अल्पसंख्यक मतदाताओं के एक समूह ने मतदान का बहिष्कार किया। उनका आरोप था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनके साथ धोखाधड़ी की। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में स्थानीय मतदाताओं ने भाजपा के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते नजर आ रहे हैं और उन्होंने मतदान का बहिष्कार कर दिया। इधर, बेंगलूरु के केआरपुरम विधानसभा क्षेत्र में कलकेरे मतदान केंद्र के पास भाजपा कार्यकर्ता कैमरे के सामने धन बांटते पाए गए। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
विधायक को नहीं डालने दिया वोट? हुणसूर तालुक के होसा रामनेहल्ली में ग्रामीणों ने पुलिस पर एक मतदान केंद्र के पास एचडीकोटे के कांग्रेस विधायक अनिल चिक्कमाडू और उनके समर्थकों का अपमान करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए, उन्होंने पुलिस से माफी की मांग की। विधायक ने डोड्डरमनहल्ली में एक मतदान केंद्र के पास उन्हें रोके जाने के कारण पुलिस के खिलाफ गुस्सा जताया। विधायक का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें अपना वोट भी नहीं डालने दिया। बाद में, उन्होंने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ अपने समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। मैसूरु की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीवी स्नेहा के नेतृत्व में पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया।