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प्रियंका पर दांव लगाने की तैयारी!

locationबैंगलोरPublished: Sep 27, 2017 10:24:42 pm

अगला विधानसभा चुनाव जीतकर सत्ता बरकरार रखने के लिए प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीर्सी) ने अपना तुरुप का पत्ता चल दिया है

Priyanka Gandhi

बेंगलूरु. अगला विधानसभा चुनाव जीतकर सत्ता बरकरार रखने के लिए प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीर्सी) ने अपना तुरुप का पत्ता चल दिया है। पीसीसी ने प्रियंका गांधी को स्टार प्रचारक के रूप में उतारने का फैसला किया है।
सूत्रों के मुताबिक प्रदेश प्रभारी तथा पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रियंका गांधी को स्टार प्रचारक बनाने का सुझाव दिया है और इसे पार्टी आलाकमान ने हरी झंडी दे दी है।

चुनाव के लिए मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं और लगातार पूरे प्रदेश में कार्यक्रमों को आयोजन कर रही है। यह सब देखते हुए अब कांग्रेस भी अपनी चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दे रही है। कर्नाटक से पहले गुजरात विधानसभा के चुनाव होंगे लेकिन वहां प्रियंका गांधी को नहीं उतारा जाएगा।

पार्टी नेतृत्व यह बात जानता है कि गुजरात में कांग्रेस विधायकों की संख्या भले बढ़ जाए लेकिन पार्टी का वहां सत्ता तक पहुंचना संभव नहीं होगा। लेकिन कर्नाटक में कांग्रेस प्रियंका को इंदिरा गांधी की वारिस के रूप में उतारेगी। आपातकाल के बाद जब पूरे देश में कांग्रेस की करारी हार हुई थी, तब चिक्कमगलूरु क्षेत्र की जनता ने ही इंदिरा गांधी का राजनीतिक पुनर्वास किया था। ग्रामीण क्षेत्र में आज भी इंदिराम्मा का जादू बरकरार है। कांग्रेस उसे भुनाना चाहती है।


कांग्रेस नेताओं का मानना है कि संगठित प्रयासों से कांग्रेस सत्ता बरकरार रख सकती है। कर्नाटक की जीत का श्रेय यदि प्रियंका गांधी को मिलेगा तो पूरे देश में प्रियंका गांधी का प्रभाव बढ़ेगा और कांग्रेस को अगले आम चुनाव में इसका फायदा होगा।

अमित शाह 4 को आएंगे मेंगलूरु
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ४ अक्टूबर को मेंगलूरु का दौरा करेंगे। हाल के दिनों में यह शाह का दूसरा दौरा होगा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पड़ोसी केरल में पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ आयोजित पदयात्रा में भाग लेने से पहले शाह मेंगलूरु आएंगे। दौरे के दौरान शाह पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर पिछली बैठक के बाद विभिन्न सांगठनिक इकाईयों के कामकाज की समीक्षा करेंगे।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि शाह के नेतृत्व में मेंगलूरु में भी पदयात्रा निकालने जाने का प्रस्ताव है। हालांकि, अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है। पिछले पखवाड़े भाजपा ने मेंगलूरु और तटवर्ती इलाकों में पार्टी और संघ परिवार के कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों के खिलाफ बाइक रैली निकालने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने रैली निकालने की अनुमति नहीं दी। तटवर्ती इलाका भाजपा का मजबूत राजनीतिक क्षेत्र रहा है। सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के कारण हाल के दिनों में यह क्षेत्र राजनीतिक तौर पर काफी संवदेनशील रहा है।

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