हिंदी का मुकाबला क्षेत्रीय भाषाओं से नहीं
बैंगलोरPublished: Sep 27, 2018 08:55:08 pm
हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम
हिंदी का मुकाबला क्षेत्रीय भाषाओं से नहीं
बेंगलूरु. हिंदी सरल और सीधी भाषा है व इसका मुकाबला क्षेत्रीय भाषाओं से नहीं है अपितु अंग्रेजी से है। अत: हमें ज्यादा से ज्यादा हिंदी का प्रयोग करना चाहिए। यह बात सहायक आयुक्त राजभाषा एम.के. बसनगौड़ा ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय बोम्मसंद्रा-1 में हिंदी पखवड़ा पुरस्कार वितरण व समापन समारोह में कही। मुख्य अतिथि बोम्मसंद्रा-2 के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-1 के. प्रशांत ने कहा कि आज जर्मनी, चीन, जापान आदि देश अपने देश की सामग्री हमारे देश में बेचते हैं और उन पर अपने देश की ही भाषा का प्रयोग करते हैं और अपनी भाषा को सर्वोपरि मानते हैं। उसी तरह हमें भी हिंदी को स्वाभिमान तरह अपनाएं क्योंकि हिंदी के प्रयोग से हमें कोई नुकसान नहीं फायदा ज्यादा है। अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-1 नन्दराम मीणा ने कहा कि स्वतंत्रता के पहले से हिंदी को अपनाने के लिए विकास चला आ रहा है, परंतु आज हम अपने बच्चों को अंग्रेजी पढाने में गौरव महसूस करते हैं और हिंदी पढाने में शर्म, यह हमारे लिए शर्म की बात है। दीप प्रज्जवलन से आरंभ कार्यक्रम में नीता, अनिता व अनुशा द्वारा भक्ति वंदना प्रस्तुत की गई। सुनिधि ने स्वागत भाषण दिया। हिंदी पखवाड़ा के दौरान संपन्न विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। ज्योति पट्नायक ने पुरस्कार विजेताओं की सूची का वाचन किया। संतोष कुमार झा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। महेश चंद बंसल ने संचालन किया।
सिंचाई की नालियों का कार्य शुरू
मंड्या. कावेरी नीरवारी निगम की ओर से पांडवपुरा तहसील के कोप्पलु गांव के खेतों में पानी सिंचाई के लिए बनी क्षतिग्रस्त नालियों का निमार्ण कार्य शुरू किया गया है। जिला पंचायत सदस्य अशोक ने कहा कि खेतों में सिंचाई के लिए बनी नालियां क्षतिग्रस्त होने से पानी व्यर्थ बह रहा था। किसानों को सिंचाई में समस्या आने के कारण कावेरी निरावरी निगम ने 13 लाख रुपए की लागत से नालों को सीमेंट से पक्का कराने का कार्य शुरू किया है। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत सदस्य रविकुमार, महादेवा, शिवकुमार, नंदीश सहित बड़ी संख्या में किसान व कावेरी निरावरी निगम अधिकारी मौजूद थे।