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जवानों को व्हील चेयर भेंट

locationबैंगलोरPublished: Sep 25, 2018 10:03:41 pm

Submitted by:

Rajendra Vyas

सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन

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जवानों को व्हील चेयर भेंट

नैपकिन पैड निर्माण इकाई की स्थापना

स्पेशल डीजी सिंह ने किया उद्घाटन
बेंगलूरु. सीआरपीएफ क्षेत्रीय कल्याण संघ की ओर से सोमवार को ग्रुप सेन्टर परिसर में रहने वाले जवानों के परिवारों के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। स्वच्छता अभियान के अंतर्गत बेंगलोर में एक नैपकिन पैड निर्माण इकाई की स्थापना की गई। इस अवसर पर स्पेशल डीजी आरपी सिंह व उनकी पत्नी आरसीडब्ल्यूए की जोनल हैड सुमन सिंह मुख्य अतिथि थी। कार्यक्रम में आईजी जी.वी.एच. गिरि प्रसाद, आईजी केकेएस, डीआईजी सानंद कमल, कविता प्रसाद, डॉ. आभा सक्सेना सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे। समारोह के दौरान मुख्य अतिथि स्पेशल डीजी आरपी सिंह ने केन्द्र में रहने वाले प्रत्येक कर्मियों आस-पास के क्षेत्रों को साफ रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर सिंह ने आरसीडब्लूए द्वारा किए गए विभिन्न कल्याण उन्मुख गतिविधियों की सराहना की। समारोह के दौरान आरसीडब्लूए की कार्यकर्ता सुजाता ने लोक नृत्य प्रस्तुत किया। समारोह के दौरान, आरसीडब्लूए की क्षेत्रीय अध्यक्ष सुमन सिंह ने ड्यूटी के दौरान अपने अंग गंवाने वाले दो जवानों को व्हील चेयर भेंट की।
टीशर्ट का अनावरण
बेंगलूरु. जेसीआइ बेंगलूरु गार्डन सिटी की ओर से 29-30 सितम्बर को शालिनी ग्राउंड जयनगर में आयोजित होने वाले नम्मा हब्बा के टीशर्ट का रविवार को अनावरण किया गया। टीशर्ट पर नम्मा हब्बा का प्रतीक चिह्न अंकित है। मुकेश भंडारी की अध्यक्षता में कार्यक्रम में लालबाग में पर्चे व पाठशालाओं में बुकमाक्र्स वितरित किए।
मंत्री का किसानों को आश्वासन
बेंगलूरु. सहकारिता मंत्री बंडप्पा काशमपुर ने कहा कि जिन किसानों का सहकारी संघों में धन जमा है और यदि उन्होंने सहकारी ऋण भी लिया है तो भी उन्हें ऋण माफी योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने सोमवार को यहां कहा कि पहले सहकारी बैकों में धन जमा करने वाले किसानों को ऋण माफी के दायरे में नहीं रखा गया था। आदेश में संशोधन कर दिया गया है। सहकारी ऋण वाले किसानों को ऋण मुक्ति पत्र उनके घर भेज दिए जाएंगे।
सात महीने में 32043 मरीजों का उपचार
बेंगलूरु. आरोग्य कर्नाटक स्वास्थ्य योजना के तहत गत सात महीने में 32,043 मरीजों को उपचार हुआ। 31,586 मरीज गरीबी रेखा से नीचे के थे। 32,043 में से 18,201 मरीजों का उपचार निजी व 13,842 मरीजों का उपचार सरकारी अस्पतालों में हुआ। सबसे ज्यादा 6,117 मरीज हृदय की विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त थे। जबकि एक बच्चे का कोक्लीयर प्रत्योरोपण हुआ। जले हुए 200 मरीजों का उपचार भी हुआ।

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