script‘नम्मा मेट्रो’ और उपनगरीय रेल की डबल डेकर लाइन बनाने का प्रस्ताव | Proposal to build double decker line of ' Metro' and suburban rail | Patrika News

‘नम्मा मेट्रो’ और उपनगरीय रेल की डबल डेकर लाइन बनाने का प्रस्ताव

locationबैंगलोरPublished: Jun 21, 2021 03:21:51 pm

भूमि अधिग्रहण खर्च में आएगी कमी

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बेंगलूरु. लगभग 148 किलोमीटर लम्बे बेंगलूरू उपनगरीय रेल के लिए भूमि अधिग्रहण लागत को कम करने के प्रयास में सरकार ने नम्मा मेट्रो और उपनगरीय रेल में कम से कम दो से तीन स्थानों पर एलाइनमेंट को जोडक़र डबल डेकर लाइन बनाने का प्रस्ताव दिया है।
उपनगरीय रेल के लिए नोडल एजेंसी कर्नाटक रेल इंफ्रास्टक्चर डवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (के-राइड) ने इसे विचाराधीन रखा है वहीं बेंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) इसके बारे में उलझन में है।

पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के साथ हुई समीक्षा बैठक में के-राइड ने डबल डेकर लाइन बनाने का प्रस्ताव रखा था। बेन्नीगनहल्ली सहित कुछ स्थानों पर उपनगरीय रेल को मेट्रो के साथ 3 किमी तक जोडऩे का प्रस्ताव है।
300 करोड़ रुपए की बचत की उम्मीद

सीएम के समक्ष प्रस्तुत की गई योजना के अनुसार मेट्रो रेल उपनगरीय रेल के ऊपर चलेगी। इस तरह से अकेले बेन्निगनहल्ली खंड से सरकार को भूमि अधिग्रहण लागत में कम से कम 300 करोड़ रुपए की बचत होने की उम्मीद है क्योंकि मेट्रो के खंभे और भूमि का उपयोग उपनगरीय रेल गलियारे के निर्माण के लिए किया जाएगा।
चल रही है बातचीत

के-राइड के एक अधिकारी ने कहा कि हम अभी भी योजना के चरण में हैं और बीएमआरसीएल के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाइनों का उपयोग करने वाले लोगों को कम से कम असुविधा हो। सरकारी सूत्रों ने बताया कि दो से तीन स्थानों पर डबल डेकर लाइन बनाना संभव है, जहां अलग रेल लाइन के लिए अतिरिक्त सुविधाओं की जरूरत नहीं पड़ेगी।
संसाधनों का कुशल उपयोग

एक अधिकारी के अनुसार लंबी दूरी के लिए मौजूदा भारतीय रेलवे लाइन का उपयोग करते हुए हम बीएमआरसीएल की मदद से शहर के भीतर भूमि अधिग्रहण लागत को कम करने की योजना बना रहे हैं। इससे बेहतर योजना बनाने की सुविधा होगी और संसाधनों का कुशल उपयोग संभव होगा।
हालांकि, के-राइड और बीएमआरसीएल ने कहा कि तकनीकी विवरणों पर अभी काम किया जाना बाकी है।
जल्द ही लेंगे उपयुक्त निर्णय

बीएमआरसीएल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बीएल यशवंत चव्हाण ने कहा कि हमें के-राइड से एक प्रस्ताव मिला है, लेकिन तकनीकी और डिजाइन से संबंधित चुनौतियां हैं। यह दो अलग-अलग प्रणालियों का एकीकरण है। इन दो प्रणालियों के भार को समायोजित करने के लिए स्तंभों को फिर से डिजाइन करने की आवश्यकता है। हमारी डिजाइन टीम सभी पहलुओं पर गौर कर रही है और जल्द ही एक उपयुक्त निर्णय लेगी।
एक रेल कार्यकर्ता के अनुसार नम्मा मेट्रो और उपनगरीय रेल बेन्निगनहल्ली-होरामावु और ट्रम्पेट जंक्शन से केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसे कई खंडों में समानांतर रूप से चलेंगी। ट्रम्पेट जंक्शन से केआईए और बेनिगनहल्ली से चन्नसंद्रा तक एक डबल डेकर ढांचे का निर्माण हो सकता है।
सूत्रों ने कहा कि तीन मेट्रो कॉरिडोर- बैयप्पनहल्ली-व्हाइटफील्ड, आउटर रिंग रोड-केआईए और डिपो एंट्री लाइन, बेन्निगनहल्ली झील के पास टिन फैक्ट्री जंक्शन से गुजरेंगे। बीएमआरसीएल ने वहां रोड-कम-मेट्रो डबल डेकर फ्लाईओवर की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में इस योजना को खत्म कर दिया गया।
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