गांव के महेश ने मछली पकडऩे के लिए जाल फेंका था। जाल खींचते समय जाल का वजन इतना था कि महेश जाल को पूरी तरह बाहर खींच नहीं सका। करीब से देखने पर महेश को जाल में अजगर दिखा। जिसके बाद उसने गांव के लोगों को सूचित किया। लोगों के पहुंचने तक अजगर जाल को पानी में खींच ले गया था। सूचना पर पहुंचे वन विभाग दल ने अजगर को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। कई प्रयासों के बावजूद अजगर काबू में नहीं आया। अजगर के करीब जाने का मतलब जान जोखिम में डालना था। जिसके बाद अधिकारियों ने प्रसन्न कुमार को बुलाया। अजगर को देखने के लिए सैकड़ों लोग एकत्र हो गए थे।