15 दिन में लें अनुमति
मुख्य सचिव ने ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) अधिनियम, 2000 के कार्यान्वयन के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के 18 जुलाई 2005 और 28 अक्टूबर 2006 के आदेश का हवाला देते हुए कहा है कि लाउडस्पीकर या जन संबोधन प्रणाली का इस्तेमाल संबंधित प्राधिकारी की अनुमति के बिना न किया जाए। लाउडस्पीकर या जन संबोधन प्रणाली का इस्तेमाल करने वालों को 15 दिन के भीतर संबंधित प्राधिकारी से अनुमति लेनी होगी। जिन्हें अनुमति नहीं मिली है वे खुद लाउडस्पीकर हटा दें या फिर संबंधित प्राधिकारी द्वारा हटा दिया जाएगा।
समिति करेगी निर्णय
उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि Loudspeakers या जन संबोधन प्रणाली के आवेदन पर निर्णय करने के लिए विभिन्न स्तरों पर एक समिति का गठन किया जाए। पुलिस आयुक्त के क्षेत्रों में गठित होने वाली समिति में एक सहायक पुलिस आयुक्त, नगर निगम के एक कार्यकारी अभियंता और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का एक प्रतिनिधि शामिल होगा। अन्य क्षेत्रों में पुलिस उपाधीक्षक, तहसीलदार एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का एक प्रतिनिधि होगा। यह निर्देश उन सभी परिसरों पर लागू होता है जो लाउडस्पीकर और जन संबोधन प्रणाली का उपयोग कर रहे हैं। सभी संबंधितों को तत्काल प्रभाव से इसे लागू करने के लिए आवश्यक सरकारी आदेश या निर्देश जारी किए जाएंगे।
सीएम के निर्देश पर कार्रवाई
दरअसल, विभिन्न संगठनों की ओर से अजान के विरोध में Temples में सुबह के समय हनुमान चालीसा तथा भजन कीर्तन आदि बजाने का अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान मंगलवार को भी जारी रहा। इससे राज्य में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। विवाद बढ़ता देख मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने उच्च अधिकारियों की एक बैठक बुलाई जिसके बाद मुख्य सचिव ने अतिरिक्त मुख्य सचिव जावेद अख्तर को नोट जारी किया है। इसमें वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण विभाग को भी 'संबंधित प्राधिकारी' के तौर पर परिभाषित किया गया है।
15 दिन के लिए अभियान स्थगित
इस बीच, सरकार के दिशा-निर्देश जारी करने के बाद श्रीराम सेना ने मंदिरों में लाउडस्पीकर पर Hanuman Chalisa जाप, सुप्रभातम और ओमकारा बजाने का अभियान स्थगित करने की घोषणा कर दी। श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने सरकार के दिशा-निर्देश जारी करने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि सरकार को इसका पालन सुनिश्चित करवाना चाहिए। मुतालिक ने कहा कि हमने अभी 15 दिन के लिए अभियान स्थगित करने का निर्णय लिया है। इसके बाद स्थिति को देखते हुए अगला कदम उठाया जाएगा। इससे पहले बेंगलूरु के विवेक नगर में पुलिस ने माइक पर हनुमान चालीसा जाप करने का प्रयास कर रहे संगठन के 10 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।