हासन जिले में बार-बार मानव-हाथी संघर्ष की घटनाओं के बाद, वन विभाग ने चार हाथियों पर रेडियो कॉलर लगाने और दो को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। हाथियों को पकडऩे और रेडियो कॉलर लगाने का अभियान एक से सात मई तक चलेगा।
हासन संभाग के उप वन संरक्षक केएन बासवराज ने बताया कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) ने अभियान की स्वीकृति दे दी है।
अलूर, सकलेशपुर और बेलूर तालुकों के कुछ हिस्सों में परेशानी पैदा करने वाले दो हाथियों की पहचान की गई है। रेडियो कॉलर लगा दोनों को स्थानांतरित किया जाएगा।
विभाग रेडियो कॉलर की मदद से हाथियों की आवाजाही पर नजर रखेगा। हाथियों की आवाजाही के बारे में लोगों को सचेत करने के लिए विभाग के पास एक प्रणाली है ताकि वे बाहर आने से बच सकें।
हाल ही में बेलूर तालुक के अरेहल्ली के पास हाथी के हमले में दो मजदूरों की मौत हो गई थी। इस तरह की घटनाओं ने विभाग को कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर दिया है। अधिकारी ने जनता से अभियान के दौरान विभाग का सहयोग करने की अपील की है। स्थानीय लोग वन विभाग का साथ दें तो किसी भी समस्या से निपटा जा सकता है। लोगों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।