इस दौरान राहुल ने केंद्र की भाजपा सरकार पर अपने चिरपरिचित अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह , प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येड्डियूरप्पा व बल्लारी के रेड्डी बंधुओं पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता संविधान को बदलने की बातें करते हैं पर वे संविधान को छूकर ही दिखाए। उन्होंने कहा कि आरएसएस देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं को कब्जे में करने की फिराक में है लेकिन कांग्रेस हरगिज ऐसा नहीं होने देगी।
उन्होंने कहा कि रेड्डी बंधुओं को टिकट देकर व येड्डियूरप्पा जैसे दागी को अगले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर मोदी भ्रष्टाचार का खात्मा करने की बातें करते हैं। मोदी स्टार्ट अप व स्टैंड अप की बातें तो खूब करते हैं पर इस पर अमल कर पाने में विफल रहे हैं। कर्नाटक का आइटी क्षेत्र 3 लाख करोड़ रुपए की आय देता है पर इसके बदले में मोदी ने कर्नाटक को कुछ नहीं दिया।
राहुल ने कहा कि मोदी ने कर्नाटक व बेंगलूरु के बारे में झूठ बोलकर यहां की जनता व कैंपेगौड़ा का अपमान किया है। वे कर्नाटक में आकर सिद्धरामय्या, मल्लिकार्जुन खरगे व उनके खिलाफ जिस तरह की टीका टिप्पणियां कर रहे हैं वे प्रधानमंत्री पद पर बैठे मोदी को शोभा नहीं देती। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने चार साल में क्या किया और हमारी कांग्रेस सरकार ने पिछले पांच साल में कितना विकास किया, इस बारे में प्रदेश की जनता अच्छी तरह से जानती है और अगले चंद दिनों में ही भाजपा को सबक सिखाने जा रही है।
कर्नाटक के बाद हम राजस्थान व मध्यप्रदेश और उसके बाद देश से ही भाजपा का सफाया कर देंगे। राहुल गांधी ने लाल बाग रोड पर स्थित एमटीआर होटल में भोजन किया। रोड शो के दौरान रामलिंगा रेड्डी, केसी वेणुगोपाल, दिनेश गुंडुराव सहित कई नेताओं ने राहुल गांधी का साथ दिया।
—– नोटबंदी से कपड़ा उद्योग को लगा है झटका
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अवैज्ञानिक तरीके से नोटबंदी लागू की, इस वजह से कपड़ा उद्योग को गहरा झटका लगा है और अनेक कपड़ा कारखाने बंद करने की नौबत आ गई। राहुल ने बुधवार को होसूर रोड स्थित एक कपड़ा फैक्टरी में संवाद कार्यक्रम में भाग लिया और महिला कारीगरों से बात की। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों की बजाय लघु व मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने पर अधिक रोजगार देना संभव हो सकता है और कांग्रेस इस बारे में अधिक प्रतिबद्ध है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अवैज्ञानिक तरीके से नोटबंदी लागू की, इस वजह से कपड़ा उद्योग को गहरा झटका लगा है और अनेक कपड़ा कारखाने बंद करने की नौबत आ गई। राहुल ने बुधवार को होसूर रोड स्थित एक कपड़ा फैक्टरी में संवाद कार्यक्रम में भाग लिया और महिला कारीगरों से बात की। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों की बजाय लघु व मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने पर अधिक रोजगार देना संभव हो सकता है और कांग्रेस इस बारे में अधिक प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि इन कारकानों में काम करने वाली महिलाएं अपने बच्चों का पालन पोषण करने के लिए रोज 10-12 घंटे कड़ी मेहनत करती है लेकिन उन्हें अपनी मेहनत का पूरा फल नहीं मिलता। बढ़ती बरोजगारी के कारण वे कम मजदूरी पर काम करने को विवश है। उन्होंने कहा कि रोजगार के अधिक अवसर सृजित करने के लिए लघु उद्योगों को अधिक ऋण दिया जाना चाहिए। नीरव मोदी बैंकों को 35 हजार करोड़ रुपए का चूना लगाकर भाग गया है। इसमें से यदि केवल 100 करोड़ रुपए का ऋण लघु उद्योगों को दिया होता तो कई कारखाने खोले जा सकते थे और लाखों को रोजगार मिलता। उन्होंने कहा कि नोटबंदी व जीएसटी से अनेक कपड़ा कंपनियां डूब गई या बांग्लादेश चली गई हैं।
राहुल ने कांग्रेस के केंद्र में सत्ता में आने पर जीएसटी व आधार कार्ड योजना में संशोधन का भरोसा दिलाया। महिलाओं ने बताया कि उन्हें 7-8 हजार रुपए वेतन मिलता है। इसमें से 1200 रुपए बस पास पर खर्च हो जाते हैं शेष बचे पैसे से बच्चों को पढ़ाना व घर चलाना कैसे संभव है। गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि इस बारे में पहले ही निर्णय कर लिया गया है और चुनाव के बाद परिवहन विभाग व महिला व बाल विकास विभाग मिलकर इस बारे में साझा निर्णय करेंगे। राहुल ने कहा कि सिद्धरामय्या की सरकार कपड़ा श्रमिकों को चरणबद्ध तरीके से सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाएगी।