राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि वे 25 सितंबर से हड़ताल कर रहे युवाओं के साथ खड़े हैं। 9 घंटे का यातायात बैन केरल और कर्नाटक के लाखों लोगों को कठिनाइयां पैदा कर रहा है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि वे पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण की जिम्मेदारी को निभाते समय स्थानीय समुदायों के हितों की रक्षा भी करें।
यातायात संरक्षण समिति के बैनर तले युवा कांग्रेस, कांग्रेस के विभिन्न मोर्चा एवं अन्य संगठनों के सदस्य मिलकर केरल में 25 सितंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे हैं। उनकी मांग है कि इस यातायात प्रतिबंध को समाप्त किया जाए।
केंद्र सरकार ने बंडीपुर नेशनल पार्क से होकर एक एलिविेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव किया था लेकिन समिति ने उसे ठुकरा दिया था। जुलाई के महीने में राहुल गांधी ने संसद में सवाल पूछ कर केंद्र सरकार से रात्रिकालीन प्रतिबंध समाप्त करने का अनुरोध किया था, जिसके बाद पर्यावरण संरक्षण के काम में जुटे संगठनों और कार्यकर्ताओं की त्यौरियां चढ़ गई थीं।
इस मार्ग पर रात्रिकालीन प्रतिबंध साल 2009 में कर्नाटक हाइ कोर्ट के एक आदेश के बाद से लागू किया गया है। कोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई करते हुए यह आदेश तब सुनाया था, जब साल 2004 से 2007 के बीच करीब 250 से ज्यादा वन्यजीव वाहनों से कुचल कर मौत का शिकार होने की बात सामने आई थी। वर्तमान में इस रास्ते पर जाने वाले यात्रियों को रात में हुणसूर-गोनिकोप्पल-कट्टा-मंतववाड़ी रोड से होकर करीब 30 किलोमीटर का चक्कर लगा कर जाना पड़ता है।