भले ही एचएएल कर्मचारी संघ ने राहुल गांधी से मिलने से इनकार किया है लेकिन रफाल सौदे में ऑफसेट ठेका नहीं मिलने पर निराशा जताई है। एचएएल कर्मचारी संघ के महासचिव सूर्यदेवराय चंद्रशेखर ने कहा कि वे इस संदर्भ में संघ की ओर से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह करेंगे कि एमएमआरसीए सौदे (110 विमानों की खरीदारी) में एचएएल को नजरअंदाज नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि रफाल सौदे का ऑफसेट ठेका उम्मीदों के मुताबिक एचएएल को मिलना चाहिए था लेकिन नहीं मिला। इसके बाद एचएएल की योग्यता और क्षमता पर भी सवाल उठाए गए कि क्या एचएएल रफाल विमान तैयार कर सकता है। लेकिन, वे कहना चाहते हैं कि एचएएल निश्चित तौर पर रफाल युद्धकों का उत्पादन कर सकता है। सुखोई, तेजस, जगुआर जैसे युद्धकों का उत्पादन यहां हो रहा है वहीं मिराज विमानों की ओवरहॉलिंग भी कर रहे हैं। जब यह कंपनी इन बड़े विमानों का उत्पादन कर सकती है तो रफाल का उत्पादन भी कर सकती है। जहां तक राहुल गांधी से मिलने की बात है तो एक विशेष मंच पर उनसे नहीं मिल सकते क्योंकि वे सरकार के कर्मचारी हैं। एचएएल कर्मचारी सरकार और प्रधानमंत्री का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे रक्षा मंत्री की भी अगुवाई करते हैं। रक्षा मंत्री ने एचएएल के प्रति काफी सकारात्मक रुख दिखाया है और कहा है कि वे भविष्य में कंपनी के लिए पर्याप्त आर्डर सुनिश्चित करेंगी।