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पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सबसे रेलवे आगे

locationबैंगलोरPublished: Jan 17, 2020 07:49:53 pm

Submitted by:

Yogesh Sharma

“स्मार्ट एंड सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग एंड ऑपरेशंस” मीट में बोले अग्रवालरेल व्हील फैक्ट्री में हुई एक दिवयीय मीट

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सबसे रेलवे आगे

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सबसे रेलवे आगे

बेंगलूरु. रेल व्हील फैक्ट्री यलहंका की ओर से शुक्रवार को “स्मार्ट एंड सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग एंड ऑपरेशंस” पर बैठक आयोजित की गई। फैक्ट्री की स्थापना की पूर्व संध्या पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। पूर्व राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने १८ जनवरी को रेल व्हील फैक्ट्री को राष्ट्र को समर्पित किया था।
बैठक के मुख्य अतिथि रेलवे बोर्ड के सदस्य रोलिंग स्टॉक राजेश अग्रवाल थे। उन्होंने अपने संबोधन में भारतीय रेलवे के स्मार्ट और सतत विनिर्माण और संचालन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री कार्बन उत्सर्जन कम करने को लेकर लक्ष्य तय कर ठोस पर्यावरण प्रबंधन में अहम भूमिका निभा रहीा है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे में आरडब्ल्यूएफ, एमसीएफ, आईसीएफ, कारखानों और रेलवे स्टेशनों पर बायो
टायलेट आदि पर्यावरण संरक्षण के उदाहरण हैं। आज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उन्होंने उद्यमियों, शिक्षाविदों की सराहना की।
इस अवसर पर फैक्ट्री के महाप्रबंधक राजीव कुमार व्यास ने उद्यमियों और शिक्षाविदों से सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि प्रौद्योगिकी कैसे टिकाऊ विनिर्माण और संचालन की चुनौतियों को पूरा करने में उद्योग की मदद कर सकती है।
रेलवे बोर्ड के प्रधान कार्यकारी निदेशक ए.के.तिवारी ने भारतीय रेलवे की चुनौतियों और रेलवे द्यारा उपलब्ध कराई जा रही पर्यावरण के अनुकूल सेवाओं पर चर्चा की। प्रधान मुख्य यांत्रिक अभियंता संजीव किशोर, मुख्य कारखाना प्रबंधक अजय सिंह, मुख्य कारखाना अभियंता के. रमन ने आरडब्ल्यूएफ में स्मार्ट और सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग और ऑपरेशनल प्रैक्टिसेज के विभिन्न पहलुओं पर प्रस्तुतियां दीं।
बैठक के दौरान आईआईएम बेंगलूरु में संचालन व प्रबंधन की प्रोफेसर डॉ. हरिता सरांगा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कंप्यूटर विंग संजय सहाय, एचएएल के तेजस विभाग के मुख्य मणिकावसगाम, क्राइस्ट संस्थान की डॉ.लक्ष्मी अय्यर बेंगलूरु से सतीश वेंकटगिरी, निखिल कौशिक, राहुल सक्सेना, इंफोसिस के वरिष्ठ कार्यकारी मनीष कुमार, सीके श्रीनिवास, अरुण कुमार व विश्वेश चला ने भी विचार व्यक्त किए। इस बैठक में स्थाई विनिर्माण प्रक्रियाओं और प्रणालियों, स्थाई डिजाइन, आपूर्ति शृंखला प्रबंधन, औद्योगिक स्वचालन और डाटा विश्लेषिकी के लिए विशेषज्ञों की अध्यक्षता में सत्र आयोजित किए गए।
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