प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद स्वामी ने बताया कि शनिवार को चौथे दिन भी धरना जारी रहा। उन्होंने बताया कि धरना मांग पूरी होने तक जारी रहेगा। कर्नाटक राज्य गवर्मेंट हॉस्टल एंड क्राइस्ट स्कूल आउटसोर्स यूनियन से जुड़े सभी बावर्ची और सहायकों की संख्या में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है।
धरना स्थल पर शुक्रवार को आयोजित सभा को विभिन्न जिलों से आए बावर्चियों और सहायक संघों के नेताओं ने संबोधित किया। महिला कर्मचारी नेताओं ने तो उनके हितों पर किए गए कुठाराघात के लिए सरकार को जिम्मेदार माना। कर्मचारी नेताओं का कहना था कि मामूली वेतन में वे काम कर रहे थे। उससे भी उन्हें निकाल दिया अब कहां जाएं।
धरना स्थल पर शुक्रवार को आयोजित सभा को विभिन्न जिलों से आए बावर्चियों और सहायक संघों के नेताओं ने संबोधित किया। महिला कर्मचारी नेताओं ने तो उनके हितों पर किए गए कुठाराघात के लिए सरकार को जिम्मेदार माना। कर्मचारी नेताओं का कहना था कि मामूली वेतन में वे काम कर रहे थे। उससे भी उन्हें निकाल दिया अब कहां जाएं।
अधिकांश महिलाएं प्रभावित
स्वामी ने बताया कि बावर्ची व सहायकों में अधिकांश महिलाएं हैं। इनमें भी अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ, विधवा, परित्यक्ता महिलाएं अधिक हैं। ऐसे में उनका रोजगार छिन जाने से उनके सामने संकट हो गया है। इन महिलाओं का परिवार इसी रोजगार पर निर्भर था। इस निर्णय से गरीब बेसहाराओं के हितों पर कुठाराघात हुआ है।
स्वामी ने बताया कि बावर्ची व सहायकों में अधिकांश महिलाएं हैं। इनमें भी अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ, विधवा, परित्यक्ता महिलाएं अधिक हैं। ऐसे में उनका रोजगार छिन जाने से उनके सामने संकट हो गया है। इन महिलाओं का परिवार इसी रोजगार पर निर्भर था। इस निर्णय से गरीब बेसहाराओं के हितों पर कुठाराघात हुआ है।
——– टीबी मरीज पहचान अभियान कल से
बेंगलूरु. प्रदेश के 31 जिलों में टीबी (तपेदिक) के मरीजों की पहचान के लिए एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान सोमवार से शुरू होकर 13 जुलाई तक चलेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अनुसार 10347300 लोगों को जांचने का लक्ष्य रखा गया है।12393 टीमों के 24786 सदस्य घर-घर जा लक्षण के आधार पर लोगों की जांच करेंगे। गत वर्ष तीन चरणों में एसीएफ का आयोजन हुआ था।
बेंगलूरु. प्रदेश के 31 जिलों में टीबी (तपेदिक) के मरीजों की पहचान के लिए एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान सोमवार से शुरू होकर 13 जुलाई तक चलेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अनुसार 10347300 लोगों को जांचने का लक्ष्य रखा गया है।12393 टीमों के 24786 सदस्य घर-घर जा लक्षण के आधार पर लोगों की जांच करेंगे। गत वर्ष तीन चरणों में एसीएफ का आयोजन हुआ था।
बेलगावी, बल्लारी, कोप्पल, रायचुर, विजयपुरा, चित्रदुर्गा, गदग, बेंगलूरु श. जिला, हावेरी, कलबुर्गी, दावणगेरे, चिक्कबलापुर, तुमकूरु, बागलकोट, बेंगलूरु श., मण्ड्या, कोलार, धारवाड़, बेंगलूरु ग्रा. और रामनगर में टीबी के 5000 से ज्यादा नए मरीजों की पहचान हुई थी। सभी का उपचार जारी है।