बैंगलोर

राज्यसभा चुनाव: जांच के बाद सभी नामांकन पत्र वैध

23 मार्च को होने वाले राज्य सभा चुनाव के लिए दाखिल किए गए प्रदेश के पांचों उम्मीदवारों के नामांकन वैध पाए गए

बैंगलोरMar 14, 2018 / 05:03 pm

Ram Naresh Gautam

बेंगलूरु. 23 मार्च को होने वाले राज्य सभा चुनाव के लिए दाखिल किए गए प्रदेश के पांचों उम्मीदवारों के नामांकन वैध पाए गए। विधानसभा सचिव तथा चुनाव अधिकारी एस मूर्ति ने नामांकन पत्रों की जांच के बाद बताया कि कांग्रेस ने तीन, भाजपा और जद (ध) ने एक-एक नामांकन दाखिल किया है। ये सभी वैध हैं। उन्होंने बताया कि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 15 मार्च है। अगर अनिवार्य हुआ तो 23 मार्च को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक मतदान कराया जाएगा और परिणाम उसी दिन घोषित किया जाएगा। विधानसभा में कांग्रेस के 123 विधायक हैं, इसलिए दो सीटें आसानी से उनके खाते में चली जाएंगी। इसके अलवा तीसरे सीट के लिए जनता दल (ध) के नाराज विधायकों तथा कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों की मदद की उम्मीद है। भाजपा के विधानसभा में 43 विधायक हैं, इसलिए वह निर्दलीय सदस्यों की मदद से एक सीट जीत जीत लेगी। वहीं जनता दल (ध) के पास 37 विधायक हैं और उन्हें सात सदस्यों की जरूरत है। चुनाव में कांग्रेस के एल हनुमंतय्या, नासिर हुसैन और जीसी चंद्रशेखर जबकि भाजपा से राजीव चंद्रशेखर व जद (ध) से बीएम फारूक मैदान में हैं।
मैंने टिकट ही नहीं मांगा, तो नाराजगी कैसी : संकेश्वर
बेंगलूरु. राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बाद टिकट पाने के इच्छुक लोगों के मन की बात सामने आने का क्रम शुरू हो गया है। भाजपा से उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर सियासी गुफ्तगू के केंद्र में रहे उद्यमी विजय संकेश्वर ने सफाई दी है कि उन्होंने भाजपा से कभी टिकट नहीं मांगा था, ऐेसे में टिकट नहीं मिलने से उनकी नाराजगी का सवाल ही पैदा नहीं होता है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि नरेंद्र मोदी फिर एक बार देश के प्रधानमंत्री तथा येड्डियूरप्पा प्रदेश में मुख्यमंत्री बनें। आरएसएस का एक निष्ठावान स्वयंसेवक होने के नाते से आज तक उन्होंने कोई भी अपेक्षा नहीं रखते हुए यथासंभव समाजसेवा की है। देश में हिंदुत्व की रक्षा के लिए हमे मतभेदों को भूलकर संगठित रूप से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भविष्य की रणनीति के तहत उद्यमी राजीव चंद्रशेखर को राज्यसभा का टिकट दिया है। मैं भाजपा के फैसले का स्वागत करता हूं। महादयी जल बंटवारा विवाद पर उन्होंने कहा कि जब गोवा में विधानसभा चुनाव थे, तब कांग्रेस के नेता मतदाताओं को खुश करने के लिए महादयी का एक बूंद पानी नहीं देने की बात कर रहे थे, इसी कारण यह समस्या विकराल हो गई है। इसके लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार है। वीरशैव-लिंगायत विवाद पर उन्होंने कहा कि वीरशैव लिंगायतों में कोई भेद नहीं है। कांग्रेस नेताओं ने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस विवाद को बढ़ाया है।
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