रामनगर जिले में रमेश के अंतिम संस्कार में भाग लेने से पहले यहां रविवार को उन्होंने कहा कि रमेश मेरा केवल निजी सहायक था उसका मेरे कारोबार से कोई संबंध नहीं था। परमेश्वर ने सवाल करते हुए कहा कि किसी के निजी सहायक को उसके मालिक के कारोबार से जोडऩा कैसे संभव है। रमेश केवल उनकी ओर से दिए गए कार्य ईमानदारी के साथ करता था। उसका हमारे परिवार के शिक्षा संस्थाओं के साथ कोई संबंध नहीं है। उन्होंने मीडिया में आई रमेश ही परमेश्वर के कारोबार का सूत्रधार होने की खबरों को बेबुनियाद बताया।
बता दें कि रविवार को रामनगर जिले के मेलहल्ली में रमेश का वोक्कलिगा संप्रदाय के विधि-विधान के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। आत्महत्या करने के कुछ घंटे पहले तक रमेश वरिष्ठ कांग्रेस नेता परमेश्वर के घर पर ही था।