क्रोध का जवाब मुस्कान से दीजिए। खाली दिमाग शैतान का घर है, वहीं खुला दिमाग़ भगवान का। बड़प्पन दिखाइए अपने कर्मचारी की रोज़ कम से कम एक भूल माफ़ कर दीजिए। अपनी वाणी से द्रौपदी की तरह टिप्पणी नहीं, चंदनबाला की तरह ईश्वर की वंदना कीजिए ताकि विनाशी महाभारत की बजाए अविनाशी मोक्ष को प्राप्त कर सकें।
साध्वी ने कहा कि सुखी जीवन जीने के लिए दो मंत्र सदा याद रखिए। सोते समय निश्चिंत रहिए और जागते समय निष्पाप। आपको भले ही कोई दु:ख दे, पर आप सदा औरों को सुख देने का प्रयास कीजिए। हम इसलिए दुखी हैं क्योंकि हम जो कुछ पसंद करते हैं ईश्वर वह सब हमें नहीं देता।
सुख का राज इतना -सा है जो ईश्वर ने दिया है, उसे पसंद कीजिए और सदा प्रसन्न रहिए।
साध्वी ने कहा कि याद रखें, घिसा हुआ चंदन प्रभु चरणों में स्थान पाता है जबकि बग़ैर घिसा चंदन दाह -संस्कार में काम आता हैं। इसलिए दादा बन जाओ तो दादागिरी छोड़ दो, और परदादा बन जाओ तो दुनियादारी छोड़ दो। आपका बुढ़ापा सुखमय होगा।
साध्वी ने कहा कि याद रखें, घिसा हुआ चंदन प्रभु चरणों में स्थान पाता है जबकि बग़ैर घिसा चंदन दाह -संस्कार में काम आता हैं। इसलिए दादा बन जाओ तो दादागिरी छोड़ दो, और परदादा बन जाओ तो दुनियादारी छोड़ दो। आपका बुढ़ापा सुखमय होगा।