सामायिक मतलब वर्तमान में जीना
बैंगलोरPublished: May 16, 2019 04:18:35 pm
फ्रीडम पार्क में बही धर्म की बयार
सामायिक मतलब वर्तमान में जीना
बेंगलूरु. जैन युवा संगठन की ओर से बुधवार सुबह बेंगलूरु के (फ्रीडम पार्क पीपल्स प्लाजा) कुंडलपुर नगरी में सामूहिक सामायिक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बेंगलूरु के समूचे जैन समाज ने सामूहिक रूप से सामायिक कर संतों के प्रवचन सुने। सुबह पौने आठ बजे शुरू हुआ सामायिक का कार्यक्रम महामांगलिक के साथ करीब साढ़े दस बजे सम्पन्न हुआ।
सामूहिक सामायिक के बाद ज्ञान मुनि के शिष्य लोकेश मुनि ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा मन शैतान है। इसको जो करना होता है। उसके बहाने ढूंढ लेता है और जो नहीं करना है उसके बहाने भी खोज लेते हैं। यहां धर्म का कार्यक्रम है इसलिए कम लोग यहां आए हैं। यदि कोई दुकानदारी की बात करता तो यहां पांव रखने की जगह नहीं मिलती। दिन भर भीड़ चलती रहेगी।
इस अवसर पर उन्होंने ज्योतिष से जुड़े अनेक प्रसंग सुनाते हुए बातों-बातों में उपाय भी बता दिए। उन्होंने ओम उत्सव पर दिगम्बर संत की पुस्तक का हवाला भी दिया। उन्होंने कहा कि मनोकामना पूरी करने के लिए भगवान पाŸवनाथ को याद करो। लोगस्य मंत्र पूरा इसी पर आधारित है।
उन्होंने कहा कि सामायिक मतलब वर्तमान में जीना है। उन्होंने सामायिक के दौरान होने वाले दोषों को टालने की भी जानकारी देते हुए कहा कि जब मन शुद्ध नहीं है तो भगवान का नाम ही नहीं लेना चाहिए। उन्होंने सामायिक में मन लगाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जहां एकाग्रता होती है वहां तल्लीनता आ जाती है।
सामायिक मन के शुद्धिकरण का उपाय
साध्वी कंचनप्रभा ने कहा कि सामायिक मन को शुद्धिकरण का एक उपाय है। इसलिए सभी को सामायिक जरूर करना चाहिए। साध्वी सहजयशा ने कहा कि जो व्यक्ति क्षण को जानता है। वहीं पंडित कहलाता है।
आज हर मनुष्य तनावयुक्त है। तनाव से मुक्ति चाहता है। साध्वी शीलधर्मा ने कहा कि जिन शासन को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं और बच्चों आगे आना होगा। आज का दिन शासन स्थापना का दिन है। एक सामायिक करने से 92 करोड़, 59 लाख 925 का फल मिलता है। कार्यक्रम के दौरान नवदीक्षित साहित्यप्रभ विजय ने अपने जोशीले प्रवचन से श्रावक-श्राविकाओं को धर्म के मार्ग पर चलने के लिए पे्ररित किया। अंत में आचार्य कीर्तिप्रभ सूरिश्वर ने महामांगलिक प्रदान की, सामायिक में साध्वी निधि ज्योति भी उपस्थित थीं।
संगठन के अध्यक्ष भरत रांका, उपाध्यक्ष रूपचंद कुंभट, मंत्री दिनेश खिंवेसरा, सहमंत्री मुकेश बाबेल, कोषाध्यक्ष विपुल पोरवाल सेवा ट्रस्ट अध्यक्ष भीकमचंद मुणोत, समन्वय समिति चेयरमैन सुरेश मांडोत, सह मंत्री मुकेश बाबेल आदि उपस्थित थे।
संचालन पवन मांडोत ने किया। सेवा ट्रस्ट के सभी सदस्य व जैन युवा संगठन के सभी सदस्य उपस्थित थे। जैन युवा संगठन के पूर्व अध्यक्ष राजेश बांठिया ने बताया कि आचार्य राजेश्सूरीश्वर की प्रेरणा से वर्ष 2010 मेें सामूहिक सामायिक का आयोजन शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य जैन समाज के सभी वर्गों को एक ही मंच पर लाकर धर्म की आराधना करना था। सामूहिक सामायिक दिवस प्रति वर्ष वैशाख शुक्ल एकादशी को आयोजित किया जाता है।