दरअसल, होन्नली में एक नई केएसआरटीसी बस को हरी झंडी दिखाने के बाद रेणुकाचार्य उसकी ड्राइविंग सीट पर बैठ गए और बस चलाने लगे। उस समय बस में 40 सवार थे। रेणुकाचार्य होन्नली से कोडिकोप्पा-गोल्लारहल्ली-बेनकानाहल्ली-साश्वेहल्ली रूट पर बस लेकर निकले और लगभग 50 किमी तक चलाए। वे खाकी शर्ट पहने हुए थे। गंजनहल्ली, पालवनहल्ली गांव पहुंचने पर सड़क पर खड़े भारी संख्या में उनके समर्थकों ने अपने नेता का स्वागत किया।
इस बीच घटना के बाद केएसआरटीसी शिवमोग्गा डिवीजन ने होन्नली बस डिपो के मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि एक गैर अधिकृत व्यक्ति को कैसे बस चलाने की इजाजत दे दी गई। घटना को गंभीर चूक मानते हुए, केएसआरटीसी के मंडल प्रबंधक ने डिपो मैनेजर से पूछा है कि क्या उस व्यक्ति के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस था। होन्नली डिपो मैनेजर को 15 दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है। इस बीच रेणुकाचार्य के एक समर्थक ने सोशल मीडिया पर उनके बस चलाने का वीडियो भी पोस्ट किया है।