उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर तक शहर की सड़कों को गड्ढों से मुक्त कर दिया जाएगा। बीबीएमपी के लिए समय-सीमा निर्धारित कर दी गई है। उसे शहर की सभी प्रमुख सड़कों से लेकर भीतरी गलियों तक के सभी गड्ढे भरने 30 अक्टूबर तक भरने होंगे। इस समय सीमा के भीतर हल-हाल में यह काम पूरा हो जाएगा।
दो कंपनियों को ठेका
मंत्री ने स्वीकार किया कि सड़कों की स्थिति खराब है और इसमें पड़े गड्ढों के कारण दुर्घटनाएं हुई हैं जिसमें लोगों की जान गई या हड्डियां टूटीं। इसीलिए बीबीएमपी को 30 अक्टूबर तक शहर के सभी गड्ढों को भरने की अंतिम समय सीमा दी गई है। इसके लिए दो कंपनियों को आर्डर जारी कर दिए गए हैं। सभी प्रमुख सड़कों के गड्ढे अगले 10 दिन में भर दिए जाएंगे। उसके बाद अगले 10 दिन में सभी उप-मार्गों और आखिरी 10 दिन में गलियों तक के गड्ढे भर दिए जाएंगे।
जर्जर भवनों को मिलेगा नोटिस
अशोक ने यह भी कहा कि शहर के जर्जर भवनों को गिराने के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। बीबीएमपी को 7 दिन की समय-सीमा में नोटिस देने को कहा गया है। शहर में 2019 के सर्वेक्षण के अनुसार 185 जर्जर भवन हैं। उन्हें खाली करने के लिए 7 दिन का नोटिस दिया जाएगा। अगर इस समय सीमा में उसे खाली नहीं किया जाता है तो बिजली आपूर्ति में काट दी जाएगी। इसके बाद ये भवन गिराने के लिए तैयार होगे। भवनों को गिराने पर आने वाला खर्च मालिक के मौजूद संपत्ति कर में जोड़ दिया जाएगा।