पुलिस को सुबह पांच बजे भरत के हेसरगट्टा इलाके में देखे जाने की सूचना सूचना मिली। जैसे ही पुलिस उसकी कार के पास पहुंची उसने पुलिस के वाहन पर फायर कर भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की एक गोली भरत के पैर में लगी जबकि दूसरी गोली उसके पेट में लगी जिससे उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ में नंदिनी ले-आउट थाने के पुलिसकर्मी सुभाष को भी चोट लगी है।
शहर में इस्कॉन मंदिर के पास दिन-दहाड़े कुख्यात समाजकंटक लक्ष्मण की हत्या के मामले में पुलिस को उसकी तलाश थी। भरत ने इलाके के स्थानीय बदमाशों के साथ खुद को जोडक़र बड़ा गिरोह बना लिया था और वह स्लम भरत के नाम से मशहूर था। बेंगलूरु में लोगों से जबरन वसूली और जमीन हड़पने के कई मामलों में भी वह वांछित था।