रैली अहिंसा भवन में पहुंच धर्मसभा में बदल गई। विकास गांधी ने मंगलाचरण किया। साध्वी लब्धिश्री ने कहा कि चातुर्मास काल में श्रावक त्याग, तपस्या, धर्म, ध्यान से आध्यात्मिक उन्नति एवं आत्म कल्याण करें। प्रारंभ में सभा अध्यक्ष महेंद्र नाहर ने स्वागत किया।
महिला व कन्या मंडल ने प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि पूर्व विधान परिषद सदस्य मधुसूदन, अभातेयुप संगठन मंत्री पवन मांडोत ने भी विचार व्यक्त किए। महिला मंडल अध्यक्ष वनमाला नाहर, तेयुप अध्यक्ष मुकेश गुगलिया, ट्रस्ट अध्यक्ष भेरुलाल पितलिया आदि उपस्थित थे। संचालन सहमंंत्री कैलाश पितलिया ने किया।
डॉ. समकित मुनि का चातुर्मास प्रवेश महावीरनगर स्थानक में मैसूरु. डॉ. समकित मुनि, भवान्त मुनि, जयवंत मुनि आदि ठाणा 3 का शनिवार को चातुर्मासमंगल प्रवेश महावीरनगर स्थित सिटी स्थानक में हुआ। शहर के फाउण्टेन सर्कल से शोभायात्रा शुरू हुई, जिसमें सबसे आगे मोटर साइकिल पर सवार युवक मेवाड़ी पगड़ी पहने अगवानी कर रहे थे।
युवक मंडल, मुनिवृंद, श्रावक श्वेत वस्त्र व महिलाएं लाल चुंदड़ी साड़ी पहने जुलूस में शामिल हुईं।
युवक मंडल, मुनिवृंद, श्रावक श्वेत वस्त्र व महिलाएं लाल चुंदड़ी साड़ी पहने जुलूस में शामिल हुईं।
बालिकाएं झांकी में महापुरुषों की वेशभूषा में सभी को आकर्षित कर रही थीं। जयकारों के साथ शोभायात्रा में स्थानकवासी जैन संघ के अध्यक्ष कैलाश चंद बोहरा, मंत्री सुशील नंदावत आदि पदाधिकारी व शामिल थे। कार्यक्रम निदेशक दीपक बोहरा ने अगवानी की।
धर्मसभा में डॉ समकित मुनि ने चातुर्मास के दौरान जप, तप, त्याग करने की प्रेरणा देते हुए 27 जुलाई से प्रतिदिन आयोजित ‘समकित के संग समकित की यात्राÓ में सक्रिय रूप से भाग लेकर चातुर्मास को सफल बनाने का आह्वान किया।
भवान्त मुनि ने 26 से 28 जुलाई को सामूहिक तेले तप व चातुर्मास के दौरान सवा लाख सामायिक करने की प्रेरणा दी। जयवंत मुनि ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। धर्मसभा में उपस्थित श्रुत मुनि ने संत समागम की महिमा बताई। इस अवसर पर महेंद्रसिंह राजपुरोहित, नारायणसिंह, पुकाराम कडकोला, चेन्नई के शंकरलाल पटवा आदि उपस्थित थे।