टैनरी रोड स्थित दारुल उलूम शाहवली मदरसे के संस्थापक मौलाना जैनुल आबिद्दीन ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि संजना ९ अक्टूबर २०१८ को परिवार के तीन सदस्यों और दो मुस्लिम युवक इम्तियाज खान व असलम पाशा के साथ मदरसे आई थी। उसने न्यायालय से प्राप्त हलफनामा दिया और कहा कि वह इस्लाम के आदर्शों से प्रभावित होकर इस्लाम स्वीकार कर रही है।
किसी के दबाव में या किसी धमकी के कारण नहीं बल्कि अपनी इच्छा से इस्लाम स्वीकार कर रही है। उस समय संजना के माता और पिता भी उपस्थित थे।मौलाना ने कहा कि मदरसे से भी संजना को प्रमाणपत्र दिया गया है। उसमें उसका नाम माहिरा है।
वैसे तो संजना भी उसका असली नाम नहीं है। असली नाम अर्चना मनोहर गलरानी है। फिल्मों में आने के बाद उसने अपना नाम बदल कर संजना रख लिया था।सूत्रों के अनुसार केंद्रीय अपराध जांच शाखा (सीसीबी) को मामले की जांच के दौरान यह भी पता चला है कि संजना एक मुस्लिम चिकित्सक से निकाह भी कर चुकी है।