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संसद से सड़क तक एक-दूसरे के खिलाफ खोला मोर्चा

locationबैंगलोरPublished: Jul 10, 2019 10:23:10 pm

Submitted by:

Rajendra Vyas

विधानसभा में प्रदर्शन, राज्यपाल से मिले भाजपा नेता
सीएम से मांगा इस्तीफा, कहा बहुमत खो चुकी है सरकार
कांग्रेस ने संसद में उठाई आवाज, मिंस्क स्क्वायर पर प्रदर्शन
हिरासत में लिए गए आजाद, खरगे, सिद्धरामय्या
मुंबई में डीके शिवकुमार को नहीं मिला होटल में प्रवेश
दो और विधायकों ने दिए इस्तीफे, गठबंधन अब 101 पर

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बेंगलूरु में बुधवार को विधानसौधा परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरना देते भाजपा विधायक दल के सदस्य।

बेंगलूरु. Karnataka का Political Crisis बुधवार को Bengaluru से लेकर Mumbai और New Delhi तक छाया रहा। विधायकों के इस्तीफे से उपजे सत्ता संघर्ष में दो राष्ट्रीय पार्टियों ने संसद से सड़क तक एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। Congress ने जहां पूरे एपिसोड के पीछे BJP का हाथ बताया और संसद में आवाज उठाई तो बेंगलूरु के मिंस्क स्क्वायर पर प्रदर्शन किया वहीं भाजपा ने कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली coalition government पर यह कहकर इस्तीफे के लिए दबाव बढ़ाया कि सरकार बहुमत खो चुकी है। विधानसभा में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन करने के बाद भाजपा नेता प्रदेश अध्यक्ष बीएस येड्डियूरप्पा के नेतृत्व में राजभवन पहुंचे और विधायकों के इस्तीफे में
speaker द्वारा की जा रही देरी की शिकायत की। साथ ही उन्होंने राज्यपाल से कहा कि वे कुमारस्वामी से तुरंत resignation देने को कहें।
पास में ही मिंस्क स्क्वायर पर गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खरगे, केसी वेणुगोपाल और सिद्धरामय्या के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं को police ने हिरासत में ले लिया। वे governor से समय नहीं मिलने के बावजूद वहां पहुंचना चाहते थे। आजाद ने कहा कि भाजपा एक्सपोज हो गई है। राज्यपाल इसमें कुछ नहीं कर सकते। विधानसभा अध्यक्ष फैसला करेंगे। भाजपा ने विधायकों को बंधक बनाया है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा भी पहुंचे और प्रदर्शनकारियों का साथ दिया। उन्होंने कहा Emergency से भी बुरे हालात बन गए हैं। डीके शिवकुमार मुंबई गए लेकिन जिस होटल में उन्होंने कमरे बुक कराए थे उसमें प्रवेश नहीं दिया गया। यह अघोषित आपातकाल है। पिछले 6 0 वर्षों की राजनीति में उन्होंने ऐसे दिन नहीं देखे। उन्होंने सभी विपक्षी पार्टियों से एकजुट होने का आह्वान किया।
इससे पहले घटनाक्रम की शुरुआत कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले नेता डीके शिवकुमार के मुंबई पहुंचने से हुई जहां इस्तीफा देने के बाद 10 विधायक ठहरे हुए हैं। शिवकुमार के पहुंचने से पहले ही विधायकों ने अपनी जान का खतरा होने का हवाला देते हुए पुलिस आयुक्त से सुरक्षा मांगी और उनके प्रवेश पर रोक लगाने का आग्रह किया।
आनन-फानन में डीके शिवकुमार की बुकिंग कैंसल की गई लेकिन वे होटल के आगे ही जमे रहे। डीके ने कहा कि ‘वे कोई हथियार लेकर नहीं आए हैं। वे सिर्फ अपना दिल लेकर आए हैं। उनके आने से साथी विधायकों के भी दिल धड़कने लगे हैं।’
पुलिस ने इसके बाद होटल परिसर में धारा 144 लगा दी। डीके शिवकुमार सहित मुंबई कांग्रेस के नेताओं मिलिंद देवड़ा, संजय निरूपम और नसीम खान को custody में ले लिया गया। डीके शिवकुमार इसके बाद मुंबई से शाम को वापस बेंगलूरु के लिए रवाना हो गए।
के.सुधाकर से धक्का-मुक्की
हालांकि, शाम होते-होते सत्ता के केंद्र कर्नाटक विधानसभा में एक शर्मनाक घटना घटी। विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने पहुंचे चिक्कबल्लापुर के विधायक के.सुधाकर के साथ कांग्रेस नेताओं ने धक्का मुक्की की। कथित तौर पर सुधाकर जैसे ही स्पीकर रमेश कुमार को इस्तीफा देकर निकले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव और विधान परिषद सदस्य नासीर अहमद उनके गले में हाथ डालकर खींचते हुए सिद्धरामय्या के कक्ष में ले गए। उस समय मंत्री प्रियांक खरगे भी मौजूद थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येड्डियूरप्पा ने इसे कांग्रेस नेताओं की गुंडागर्दी करार दिया और तुरंत उन्हें छोडऩे की मांग की। इस बीच सुधाकर और होसकोटे के विधायक एमटीबी नागराज के विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद 224 सदस्यीय विधान सभा में सत्तारूढ़ गठबंधन की संख्या गिरकर 101 तक आ गई है। अब तक 16 विधायक सदस्यता से और 2 मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
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