भारत के एलीट वर्ग में, मुरली गावित ने शानदार फिनिश के साथ पुरुषों का और नवोदित तमशी सिंह ने महिला वर्ग का खिताब जीता। मुरली और तमशी प्रत्येक को 2.75 लाख रुपए का नकद पुरस्कार मिला।
पिछले महीने जर्मनी में दुनिया का पांचवीं सबसे तेज 10के रेस लगाने के बाद तरोताजा दिख रहे सावे (27:58.24) ने बुरुंडी के रोड्रिग क्विजेरा (27:58.35) से महज मिली सैकंड आगे रहते हुए एक रोमांचक जीत हासिल की।
पिछले साल के विजेता और कोर्स रिकॉर्डधारक निकोलस किपकोकिर (28:05.09) के साथ पुरुषों की दौड़ में शीर्ष चार में शामिल तीन केन्याई धावकों में तीसरे हिलेरी चेपकवोनी (27:59.70) के बाद चौथे स्थान पर रहे।
जीत के बाद सावे ने कहा, अंतिम दो किलोमीटर वास्तव में कठिन थे। मैंने खुद से कहा कि मुझे वास्तव में कड़ी मेहनत करनी होगी, यहां तक कि अंतिम 500 मीटर भी बहुत चुनौतीपूर्ण थे।
महिलाओं की दौड़ में इथियोपियन पहले तीन स्थानों पर रहीं। फोटेन टेसाफे जेमेचू (31:38) से चार सैकंड पीछे रही और अनुभवी डेरा डिडा विजेता से केवल सात सैकंड पीछे रहीं। 2019 में यहां जेमेचू छठे स्थान पर रही थीं। उन्होंने कहा, मैं इस जीत के लिए दृढ़ थी। मैंने साल 2019 में एक गलती की थी। इस बार मेरे पास अनुभव था, इसलिए यह एक आसान दौड़ थी। मुझे लगता है कि मेरा ट्रैक अनुभव आज काम आया।