संगठन के बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है। मंगलवार रात हुई हिंसक वारदातों में इस संगठन के कार्यकर्ता, पदाधिकारी और नेता शामिल होने के सबूत मिले हैं। इस मामले में इस संगठन के चार प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान मुजम्मिल पाशा, अब्बास, हबीब और फिरोज खान के तौर पर की गई है। उनसे पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली हंै।
उन्होंने कहा कि इससे पहले मैसूरु, मेंगलूरु, बेंगलूरु समेत प्रदेश के अन्य शहरों मेंं हुई हिंसक वारदातों में इस संगठन की भूमिका के बारे मेें भी जांच की जा रही है। संगठन पर पाबंदी लगाने की मांग हो रही है। वे इस विषय में मु ख्यंत्री, गृह विभाग के अधिकारियों, कानून विभाग और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से चर्चा के बाद ही अंतिम फैसला करेंगे।
उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान नागरिकों की संपत्ति को अधिक नुकसान पहंचाया गया है। पुलिस विभाग के वाहन, नागरिकों के वाहन समेत कई चीजों को नुकसान पहुंचाया गया। नागरिकों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से ही हर्जाना वसूला जाएगा और इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं होने के लिए कठोर कार्रवाई होगी।